इंडिया न्यूज, Gurugram news । एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा इकाई गुरुग्राम ने वित्त विभाग द्वारा जारी काले पत्र और अपनी अन्य मांगों को मनवाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। आगामी 30 जून 2022 और एक जुलाई 2022 की 2 दिवसीय हड़ताल को लेकर सोमवार को सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव को जिला अध्यक्ष हरिराज की अगुवाई ज्ञापन सौंपा।
जिला अध्यक्ष हरिराज ने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों में कोरोना काल मे उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए 2 नवंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा एनएचएम को 7वें वेतन आयोग की सैद्धान्तिक मंजूरी दी गयी थी, जिससे इन कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार होने था। परंतु उच्च अधिकारियों ने तो जैसे सरकार की किरकिरी करवाने का संकल्प ही ले रखा है। इन अधिकारियों को न तो कर्मचारियों का कार्य दिखाई देता है और ना ही सरकार की साख।
ज्ञात रहे कोरोना वारियर, कोरोना योद्धा जैसी उपाधि, इनके सम्मान में कभी फूल बरसाना, ताली बजवाना, रक्तदान, दवाइयों की आपूर्ति, जन मानस तक खाद्य आपूर्ति, सेंकड़ों कर्मियों का कोरोना संक्रमण, दर्जनों कर्मियों की कोरोना में शहादत जैसी कोई भी उपलब्धि इन अधकारियों की मानसिकता नहीं बदल पाई।
इन अधिकारियों ऐसा कोई कार्य नही किया जो कर्मचारी हित का हो जैसे सेवा सुरक्षा देना, वेतन विसंगतियां दूर करना, कैशलेस चिकित्सा सुविधा, 7वां वेतनमान, हड़ताल का कटा हुआ वेतन व अन्य समस्याएं जो विगत 4 वर्ष से सहमति पश्चात भी जस की तस है।
कर्मचारियों के नुकसान हेतु वित्त विभाग के 21 जून 2022 के पत्र पर 24 घंटे के भीतर ही कार्यवाही आरम्भ कर दी। अब समय आ गया है आर-पार की लड़ाई का। जब तक वित्त विभाग का यह काला पत्र वापस नहीं लेता और अन्य समस्याओं का समाधान बातचीत के द्वारा नही निकल जाता तब तक आंदोलन वापस नहीं होगा। इस आन्दोलन के दौरान एनएचएम कर्मचारियों द्वारा दी जाने वाली आपातकाल सहित सभी सेवाएं बंद रहेंगी। ज्ञापन देने वालों में कुलभूषण यादव, हरिओम, पप्पन, प्रवीण, सचिन खटाना सहित कई कर्मचारियों भाग लिया।
Also Read : बिजली आपूर्ति बढ़ाने की मांग पर आम आदमी पार्टी ने सौंपा ज्ञापन