इंडिया न्यूज,नई दिल्ली ।
Now The Prisoners in The Jail Will not be Able to Take Anything Hidden : पहले की तरह अब कैदी जेल में छोटी से छोटी कुछ भी चीजें छुपाकर नहीं ले जा सकेंगे । जल्द ही दिल्ली की तिहाड़ जेल में बॉडी स्कैनर लगने जा रहा है । तिहाड़ जेल में बाडी स्कैनर लगाने की योजना को पूरा होने में अभी कम से कम छह महीने का और वक्त लगेगा। जेल अधिकारियों के अनुसार अभी बाडी स्कैनर के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। उधर, बाडी स्कैनर की खरीद हो इसके पहले ही जेल अधिकारी इसकी कार्यप्रणाली को समझने की कोशिश में जुटे हैं।
जेल के कुछ अधिकारियों ने गुजरात के बड़ोदरा स्थित जेल का दौरा किया और वहां बाडी स्कैनर की पूरी कार्यप्रणाली के बारे में समझा। बता दें कि अभी तक दिल्ली के किसी भी जेल में बाडी स्कैनर मशीन की सुविधा नहीं है। जेल प्रशासन लंबे समय से बाडी स्कैनर लगाने की कवायद में जुटा है। इसके लिए सबसे अनिवार्य जरूरत को पूरा करते हुए प्रशासन ने मुंबई स्थित परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एटामिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड, यानी एईआरबी) से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) प्राप्त करीब छह महीने पहले ही प्राप्त कर लिया था। तभी से इसकी खरीद से जुड़ी टेंडर की प्रक्रिया चल रही है।
जेल में फिलहान एक ही बाडी स्कैनर की खरीद के लिए बात की जा रही है। यदि इस मशीन को जेल में लगाने के बाद इसके नतीजे उम्मीद के मुताबिक रहे तो अन्य जेलों में भी ऐसे मशीन लगाए जाएंगे। बाडी स्कैनर कैदी के शरीर में छिपी छोटी से छोटी अवांछित वस्तुओं का पता लगा लेगी। जब यह बात कैदियों को पता चलेगी। इससे व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी।
दिल्ली की जेलों में अभी तक केवल दिल्ली सरकार के प्रशासनिक अधिकारी ही अधीक्षक की जिम्मेदारी संभालते थे। लेकिन यदि सब कुछ सही रहा तो आने वाले समय में अर्धसैनिक बलों के अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर आकर यहां अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। हालांकि इसके लिए जेल सेवा नियमावली में बदलाव करना होगा। इस बदलाव के लिए सरकार से मंजूरी लेनी होगी। फिलहाल इस प्रस्ताव का मसौदा तैयार किया गया है। मंजूरी की प्रक्रिया शेष है।
Now The Prisoners in The Jail Will not be Able to Take Anything Hidden