इंडिया न्यूज, गुरुग्राम। अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के नेतृत्व में ओबीसी विभाग की विभिन्न मांगों को लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम एसडीएम गुरुग्राम अंकिता चौधरी को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ओबीसी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए जिला सचिवालय में पंहुचे।
कैप्टन अजय सिंह यादव ने बताया कि सोमवार को पूरे देश में ओबीसी विभाग द्वारा जिला मुख्यालयों पर जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें ओबीसी की मांगों को रखा गया है। मांगों में मुख्य रूप से जातीय जनगणना को रखा है, क्योंकि जातीय जनगणना नहीं होने की वजह से ही कोर्ट और सरकारें ओबीसी के आरक्षण के पीछे पड़ी हुई हैं। डा. मोइली ने 2011 में जातीय जनगणना शुरू करवाई थी और 2014 तक जनगणना हो भी गई थी, लेकिन तब तक केंद्र में भाजपा की सरकार आ चुकी थी। आज आठ साल बीत जाने के बाद भी उसकी रिपोर्ट उजागर नहीं की गई है।
इसके अलावा हर 10 वर्ष बाद जनगणना होती है। 2021 में जनगणना होनी थी, उसको भी भाजपा सरकार नहीं करवा रही है। यही कारण है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में पंचायतों व निकाया चुनाव में ओबीसी का आरक्षण छीन लिया गया है। यदि सरकार चाहती है कि लोगों को उनका हक सही तरीके से मिले तो सही डाटा होना जरूरी है, वह केवल और केवल जातीय जनगणना के आधार पर ही मिल सकता है। उन्होंने बताया कि जब बिहार में जातीय आधार पर जनगणना हो सकती है तो फिर हरियाणा सहित अन्य प्रदेशों में क्यों नहीं हो सकती है। इसके अलावा क्रीमीलेयर को भी खत्म करने की बात हमने रखी है। ओबीसी आरक्षण में क्रीमीलेयर लगाकर उसमें भी कृषि व सैलरी को जोड़ दिया गया है।
उससे ओबीसी वर्ग अपने आरक्षण का फायदा नहीं ले पा रहा है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन ओबीसी का आरक्षण शिक्षा और नौकरियों सहित बिल्कुल ही खत्म हो जाएगा। इस मौके पर ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी लाल सिंह यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश यादव, ओबीसी के जिला कोर्डिनेटर विरेंद्र यादव, ओबीसी के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार, राज ठेकेदार, एमएस चौधरी, कांग्रेस व्यापर प्रकोष्ट के चेयरमैन पंकज डावर, गुडगांव उद्दोग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण यादव, हरिश वत्स, जगमोहन सरपंच, युवा कांग्रेस के वर्धन यादव समेत काफी संख्या पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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