India News(इंडिया न्यूज): दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन पिछले एक साल से दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं. उन्होंने एक चिट्ठी लिखकर जेल प्रशासन से गुहार लगाया था कि वे जेल में अकेला महसूस कर रहे है, उनके साथ किसी कैदी को रखा जाए, नहीं तो वे डिप्रेशन में जा रहे है. जिसके बाद उनके सेल में दो कैदी को शिफ्ट किया गया, लेकिन बाद में दोनों कैदियों को उनकी सेल से निकाल दिया गया.
‘आवश्यक इलाज मुहैया कराया जाएगा’
इसके बाद जेल प्रशासन की ओर से कहा गया कि वह मनोवैज्ञानिक की मदद लेगा और यदि जरूरी हुआ तो आम आदमी पार्टी के नेता को आवश्यक इलाज मुहैया कराएगा. आगे जेल प्रशासन की ओर से कहा गया कि जैन ने जेल क्लिनिक के अंदर एक मनोवैज्ञानिक से परामर्श किया जिसने उन्हें लोगों के आसपास रहने और सामाजिक रूप से लोगों से बातचीत करने का सुझाव दिया. आपको बता दें कि जैन को यह परामर्श तब दिया गया, जब उन्होंने डॉक्टर बताय कि वह अकेला महसूस कर रहे हैं.
‘नियमानुसार होगी कार्रवाई’
जैन के तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘यदि वह या कोई बंदी अवसाद से ग्रसित है तो उन पर उचित ध्यान दिया जाना चाहिए. ऐसे में अगर जैन अवसाद से जूझ रहे हैं, तो हम उनकी मौजूदा मानसिक स्थिति को समझने और उसका विश्लेषण करने के लिए किसी अन्य मनोवैज्ञानिक की मदद लेंगे और अगर वह अवसाद से पीड़ित पाए जाते हैं, तो हम नियमानुसार आवश्यक इलाज की व्यवस्था करेंगे.’’