India News (इंडिया न्यूज़) : स्वतंत्रता दिवस यानि 15 अगस्त के मौके पर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए नेहरू मेमोरियल का नाम बदल दिया है। अब नेहरू मेमोरियल को पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (PMML) के नाम से जाना जाएगा। बता दें कि बीते 15 जून को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी करने का फैसला किया गया था। अब इसे औपचारिक रूप दे दिया गया है। ‘नेहरू मेमोरियल’ का नाम बदलने पर विपक्ष भड़क उठा है। इस मुद्दे पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने पीएम पर निशाना साधा है।
‘नेहरू मेमोरियल’ का नाम बदलने पर कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ट्वीट कर पीएम कर निशाना साधा है।कांग्रेस नेता ने कहा है कि “आज से एक प्रतिष्ठित संस्थान को नया नाम मिला। विश्व प्रसिद्ध नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) पीएमएमएल-प्रधानमंत्री स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय बन गया है। श्री मोदी के पास भय, जटिलताओं और असुरक्षाओं का एक बड़ा बंडल है, खासकर जब बात हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री की आती है।
Congress General Secretary in-charge Communications Jairam Ramesh tweets, "From today, an iconic institution gets a new name. The world renowned Nehru Memorial Museum and Library (NMML) becomes PMML—Prime Ministers’ Memorial Museum and Library. Mr. Modi possesses a huge bundle of… pic.twitter.com/Uj7CqNlS83
— ANI (@ANI) August 16, 2023
“आगे उन्होंने कहा कि “उनका (प्रधानमंत्री) एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना, विकृत करना, बदनाम करना और नष्ट करना है। उन्होंने ‘एन’ को मिटाकर उसकी जगह ‘पी’ डाल दिया है। वह ‘पी’ वास्तव में क्षुद्रता और चिड़चिड़ापन के लिए है। लेकिन वह स्वतंत्रता आंदोलन में नेहरू के विशालकाय योगदान और भारतीय राष्ट्र-राज्य की लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, वैज्ञानिक और उदारवादी नींव में उनकी उपलब्धियों को छीन नहीं सकते।”
‘नेहरू मेमोरियल’ का नाम बदलने पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी पीएम मोदी की जमकर आलोचना की है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि “नेहरू जी ने स्वतंत्रता आंदोलन में बहुत योगदान दिया और स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी का नाम बदलना मोदी सरकार के लिए बेहद अपमानजनक है। नेहरू ने इतनी लंबी लकीर खींच दी है कि उन्हें आपकी दया की जरूरत नहीं है। उनका नाम अमर है।”
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