India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Orbital Rail: ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के समानांतर ऑर्बिटल रेल चलने वाला है। इस प्रोजेक्ट से दादरी और बुलंदशहर के गांवों की जमीन पर बसे न्यू नोएडा के लिए रेल कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस मामले में मंगलवार को गाजियाबाद में मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक हुई। मंडलायुक्त ने साफ कहा कि प्रोजेक्ट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट के साथ ही सर्वे और डाटा जुटाने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएं।
बैठक के दौरान हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की डीजीएम आभा गुप्ता ने प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर न्यू नोएडा और दिल्ली के चारों ओर रिंग रोड की तरह गुजरेगा। यह पलवल से सोनीपत तक होगा। इसमें यमुना अथॉरिटी, न्यू नोएडा, ग्रेटर नोएडा फेज-2, दादरी के इलाके शामिल होंगे। इसमें न्यू नोएडा के अंदर 4.8 किलोमीटर का ऑर्बिटल रेल नेटवर्क होगा। वहीं, ग्रेटर नोएडा से करीब 22 किलोमीटर की दूरी पर ऑर्बिटल रेल नेटवर्क गुजरेगा।
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दादरी-नोएडा-गाजियाबाद को मिलाकर विशेष निवेश क्षेत्र बनाया जाना है। इसे न्यू नोएडा के नाम से जाना जाएगा। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि ऑर्बिटल रेल नेटवर्क को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए चोला से रुंधी तक बिछाई गई रेलवे लाइन से जोड़कर एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा। ऑर्बिटल रेल नेटवर्क को दनकौर रेलवे स्टेशन से भी जोड़ा जाएगा। दादरी के न्यू बोड़ाकी में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से कनेक्टिविटी होगी।
ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के निर्माण से दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा। ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर की योजना रेल यातायात के दबाव को कम करने के लिए बनाई गई थी। ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर माल परिवहन में काफी कारगर होगा। यह आईएमटी और हरियाणा के सभी लॉजिस्टिक हब को जोड़ेगा। इससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। सड़कों पर मालवाहक वाहनों की आवाजाही कम होगी, जिससे प्रदूषण भी कम होगा।
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