India News(इंडिया न्यूज़), Pollution campaign: राजधानी वासियों को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए गुरुवार को आईटीओ चौराहे से रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान शुरू होगा। इस बार अभियान जनभागीदारी से चलेगा। बुधवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस बार अभियान की शुरुआत आईटीओ चौराहे से होगी। 3 नवंबर को 2000 इको क्लब के जरिए स्कूलों में बच्चों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
इसका आधार देश के अलग-अलग हिस्सों में किया गया अध्ययन था। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन औद्योगिक अनुसंधान परिषद और केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने वर्ष 2019 में अध्ययन किया था। इसके मुताबिक, वाहनों के स्विच ऑफ न करने से नौ फीसदी अधिक प्रदूषण फैलता है। वर्ष 2020 में रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान शुरू किया गया।
गोपाल राय ने कहा कि जब लोग सुबह निकलते हैं तो शाम को घर पहुंचते-पहुंचते 10 से 12 लाल बत्ती से होकर गुजरते हैं। इन चौराहों पर गाड़ी का इंजन चालू रहता है। इससे पेट्रोल-डीजल 25 से 30 मिनट तक बेवजह जलता है। अभियान का उद्देश्य इस आदत को बदलना है, ताकि लोग लाल बत्ती पर अपने वाहन के इंजन बंद कर दें। सर्दियों में दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति बेहद चिंताजनक हो जाती है। आप सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए 15 सूत्री कार्यक्रम बनाकर युद्ध स्तर पर प्रयास कर रही है।
बुधवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस बार अभियान की शुरुआत आईटीओ चौराहे से होगी। 3 नवंबर को 2000 इको क्लब के जरिए स्कूलों में बच्चों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। वर्ष 2020 में रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान शुरू किया गया।
इसका आधार देश के अलग-अलग हिस्सों में किया गया अध्ययन था। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन औद्योगिक अनुसंधान परिषद और केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने वर्ष 2019 में अध्ययन किया था। इसके मुताबिक, वाहनों के स्विच ऑफ न करने से नौ फीसदी अधिक प्रदूषण फैलता है। लाल बत्ती पर इंजन।
इसे भी पढ़े: देश का नाम कैसे पड़ा भारत? जानें इतिहास