इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Portable Hydrogen Inhaler : स्वास्थ्य के प्रति गंभीर लोगों में पर्सनल वेलनेस को लेकर सजगता जैसे-जैसे पहले से बढ़ रही है, वैसे-वैसे ही समग्र स्वास्थ्य व व्यक्ति के कुशल-मंगल का महत्त्व भी बढ़ रहा है।
वेलनेस उद्योग में फिलहाल एक मेडिकल गैस के तौर पर आण्विक हाइड्रोजन काफी चहेता विषय बना हुआ है और इसीलिए वेलनेस के एक निवारक साधन के तौर पर उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आण्विक हाइड्रोजन बहुत ही कम मात्रा में हवा में पाया जाता है (0.00005) जो कि मनुष्यों के लिए अनुपलब्ध रूप में रहता है।
शोधकतार्ओं ने पाया है कि आण्विक हाइड्रोजन (भ्2, डाइहाइड्रोजन, या हाइड्रोजन गैस) एक थेराप्यूटिक और निवारक ऐंटीआॅक्सिडेंट का काम करती है जिसके लिए चयनात्मक तौर पर सेलों के अत्यधिक तेज आॅक्सिडेंट-मुक्त रैडिकल्स को रिड्यूस किया जाता है और जिनमें सेलों को साइटोटॉक्सिक आॅक्सिडेटिव स्ट्रेस-संबंधी नुकसान से बचाने की क्षमता होती है। वैज्ञानिकों ने यह पता लगाया है कि भ्2 गैस को 1-4: की सीमा में सांस के अंदर लेने से मानव शरीर की काम करने की क्षमता अत्यधिक बढ़ जाती है, और भ्2 की सांद्रता 4: से भी कम होने पर आग लगने या धमाके का कोई जोखिम नहीं रहता है।
इसी परिप्रेक्ष्य में सिरीन एनवायरोटेक सॉल्यूशंस को देश का पहला पोर्टेबल आण्विक हाइड्रोजन इनहेलर, यूडीजेडएच, लाने के लिए काफी वाहवाही मिल रही है। जिस तरह से लोग निवारक और थेराप्यूटिक हेल्थकेयर को देखते हैं उसी से समझ में आ जाता है कि इसे बदलने के लिए पूरी तरह से तैयार है। देशभर में उपभोक्ताओं के निजी इस्तेमाल के लिए उपलब्ध कराया गया।
यह अगली पीढ़ी का पर्सनल वेलनेस टूल उच्चस्तरीय सुविधाओं सहित डिजाइन किया गया है क्योंकि इसमें है विशेष ड्यूअल यूज टेक्नोलॉजी जहां दो लोग एकसाथ एक ही समय पर अन्त:श्वसन कर सकते हैं।
डॉक्टर शिएगो ओहटा, निप्पॉन मेडिकल स्कूल, जापान द्वारा नेचर (2007) में इस वैज्ञानिक अनुसंधान प्रकाशन के बाद से ही, कि आण्विक हाइड्रोजन में कुछ चुनिंदा ऐंटीआॅक्सिडेंट गुण हैं, कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि भ्2 के असर, 170 विविध मानवीय रोगों के प्रतिरूपों से अधिक कारगर हैं।
डॉ बाबू सुधाकर कहते हैं, चूंकि हाइड्रोजन इनहेलेशन का शरीर पर समग्र आॅक्सीडेटिव तनाव को कम करने की क्षमता के साथ ही प्राथमिक प्रभाव पड़ता है, इसमें ऐप्लिकेशन की एक विस्तृत श्रृंखला है। कई बार मैंने पाया है कि जब हीलिंग प्रोटोकॉल का प्रभाव दिखाई देता है, तो लिस्ट आॅफ कंडिशन को देख कर लोगों को संदेह होने लगता है।
इसे आॅपरेट करने के लिए केवल प्यूरीफाइड डिस्टिल्ड व डिआयोनाइज्ड पानी की आवश्यकता होती है। हाइड्रोजन की अधिक मात्रा की सूचना कभी नहीं दर्ज होती है। वास्तव में,हाइड्रोजन-संक्रमित पानी को एफडीए द्वारा आम तौर पर सुरक्षित (जीआरएएस) का दर्जा दिया गया है, जिसका अर्थ है कि इसे आम तौर पर मानव उपभोग के लिए सुरक्षित माना जाता है। (Portable Hydrogen Inhaler)
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