India News Delhi (इंडिया न्यूज), Power Cut in Delhi NCR: उत्तर भारत में गर्मियों का तापमान दिनों-बादिन बढ़ता जा रहा है और इसके साथ ही बिजली की मांग में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। दिल्ली-एनसीआर में अब बिजली की मांग पहली बार 8000 मेगावॉट के पार पहुंची है। इस संकेत से साफ है कि लोगों को गर्मी से बचने के लिए एसी, कूलर और पंखे की तरह की जरूरत है और इसके परिणामस्वरूप बिजली की मांग में भारी वृद्धि हो रही है।
यही कारण है कि बुधवार को दिल्ली में पावर डिमांड 8000 मेगावॉट के ऊपर पहुंच गई, जो इस समय तक का सबसे अधिक है। इस अधिक डिमांड के कारण, बिजली कटौती का खतरा भी बढ़ गया है और कुछ इलाकों में यह समस्या अधिक तेजी से बढ़ रही है। इस हालात में लोग परेशान हैं और सरकार से बिजली आपूर्ति में सुधार की मांग कर रहे हैं।
Power Cut in Delhi NCR: अधिक है बिजली की मांग
दिल्ली में बिजली की मांग में तेजी से वृद्धि हो रही है, जैसा कि आंकड़ों से प्रकट हो रहा है। मंगलवार को दिन के दौरान दिल्ली में पावर डिमांड ने एक नई ऊँचाई छू ली, जब पीक पावर डिमांड 7717 मेगावाट तक पहुंच गई। यह पहली बार है जब दिल्ली की बिजली की मांग इस स्तर तक पहुंची है। पिछले साल के मुकाबले, मई 2024 में बिजली की मांग में वृद्धि दर्ज की गई है, जो मई 2023 के तुलना में अधिक है।
इस समय, दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग का अवलोकन करते हुए पाया गया कि मई 2023 में 23 मई को 6916 मेगावाट की तुलना में, इस साल की मांग अधिक है। दक्षिणी और पश्चिमी दिल्ली के BRPL इलाके में भी मांग में वृद्धि की गई है, जहां 2023 में 3250 मेगावाट और 2022 के गर्मियों के दौरान 3389 मेगावाट की मांग थी। अब, 2024 के गर्मियों के दौरान यहाँ बिजली की मांग लगभग 3680 मेगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है।
जानिए कितने मेगावाट तक पहुंची डिमांड
दिल्ली में बिजली की मांग में एक और तेजी दिख रही है, जैसा कि सरकारी विश्लेषण से प्रकट हो रहा है। मंत्री आतिशी ने बताया कि जुलाई और अगस्त के महीनों में बिजली की मांग सबसे अधिक बढ़ती है, और इस साल यह मांग 8000 मेगावाट तक पहुंच सकती है। इस समय, मई महीने में ही पीक पावर डिमांड 7717 मेगावाट तक पहुंच गई है, जो अनुमानित जुलाई और अगस्त की मांग को दर्शाता है।
Power Cut in Delhi NCR: इन इलाकों में नहीं आ रही बिजली
दिल्ली में इस तेजी से बढ़ती मांग के कारण, कुछ इलाकों में बिजली कटौती की समस्या उत्पन्न हो गई है। सोमवार को, यहाँ कुछ इलाकों में 10 घंटे तक बिजली कटौती की गई, जिसका मुख्य कारण अंडरग्राउंड लाइन में फॉल्ट होना था। इससे बिजली की सप्लाई ठप हो गई और इन इलाकों में लगभग 50 हजार उपभोक्ताओं को इस समस्या का सामना करना पड़ा। इन इलाकों में आवास विकास, अर्जुन नगर, दिल्ली रोड, गढ़ रोड, सिकंदर गेट, कोठी गेट, तगासराय, सर्राफा बाजार, फुलगढ़ी, मोती कॉलोनी, अपना घर कॉलोनी, कोटला, कबाड़ी बाजार, नूरबफान और नई आबादी शामिल हैं।
लगातार हो रहे पावर कट
गाजियाबाद में बिजली की बढ़ती मांग के चलते पावर कटौती की समस्या गंभीर रूप धारण कर रही है। इस समय यहां का पारा 44 डिग्री सेल्सियस को भी पार कर चुका है, जिससे जनता की जीवन पर असर पड़ रहा है। लोनी और साथ जैसे कुछ इलाकों में 14 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। बिजली की मांग यहां 1600 मेगावाट को पार कर चुकी है, जिसके कारण 20 से अधिक ट्रांसफार्मर फेल हो गए हैं।
इस स्थिति में, 25 से अधिक सेक्टर बिजली की कमी से जूझ रहे हैं। न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के पाली क्षेत्र में 400 केवी के सबस्टेशन में फॉल्ट होने की खबर आई है, जिससे समस्या का स्तर और भी बढ़ गया है। इसे ठीक करने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है ताकि लोगों को बिजली की सही सप्लाई सुनिश्चित की जा सके।
Read More:
- Delhi Fire News: रोहिणी की कमर्शियल बिल्डिंग में लगी भीषण आग, मौके पर दमकल की 21 गाड़ियां मौजूद
- Arvind Kejriwal: केजरीवाल के ऑफिस की हजारों फाइलें अटकीं