इंडिया न्यूज, New delhi news : देश में निजी क्षेत्र की ओर से अंतरिक्ष प्रक्षेपण करने की तैयारी शुरू हो गई है। इस सिलसिले में भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (इन-स्पेस) ने दो अंतरिक्ष स्टार्टअप को प्रक्षेपण की मंजूरी दे दी है।
गौरतलब है कि इन-स्पेस एक स्वायत्त ‘सिंगल विंडो’ नोडल एजेंसी है, जिसे देश में गैर-सरकारी निजी उद्योगों (एनजीपीई) की अंतरिक्ष गतिविधियों को बढ़ावा देने और उन पर नजर रखने के लिए गठित की गई है। इन-स्पेस ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि ध्रुव स्पेस प्राइवेट लिमिटेड (हैदराबाद) और दिगांतरा रिसर्च एंड टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (बेंगलुरु) को अपने पेलोड प्रक्षेपित करने की मंजूरी दी गई है।
ध्रुव स्पेस की ओर से अपने पेलोड ‘ध्रुव स्पेस सैटेलाइट आॅर्बिटल डिप्लॉयर’ (डीएसओडी1यू) और दिगांतरा के प्रोटोन डोजीमीटर पेलोड ‘रोबस्ट इंटीग्रेटिंग प्रोटोन फ्लुएंस मीटर’ (रोबी) का प्रक्षेपण किया जाएगा। इन पेलोड को पीएसएलवी-सी53 के आॅर्बिटल एक्सपेरीमेंटल मॉड्यूल (पीओईएम) से 30 जून को प्रक्षेपित किया जाना है।
इन-स्पेस के अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका ने बताया कि निजी क्षेत्र के इन पहले दो प्रक्षेपण को मंजूरी देना मील का पत्थर साबित होगा। इससे भारत में निजी क्षेत्र की ओर से अंतरिक्ष प्रक्षेपण की शुरूआत होगी। ध्रुव स्पेस एक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी स्टार्टअप है, जिसका मकसद फुल-स्टैक स्पेस इंजीनियरिंग समाधान विकसित करना है।
वहीं, दिगांतरा रिसर्च एंड टेक्नोलॉजीज सुरक्षित एवं टिकाऊ अंतरिक्ष संचालन पर केंद्रित एंड-टू-एंड समाधानों का विकास कर रही है। इससे निजी क्षेत्रों को इसमें आगे काम करने का अवसर मिलेगा।
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