इंडिया न्यूज, New delhi news : इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में दो व्यक्तियों के बीच मुकाबला नहीं है, बल्कि यह दो अलग-अलग विचारधाराओं की लड़ाई है। राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को चुनाव होेने जा रहा है। इस चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा विपक्ष के साझा उम्मीदवार हैं। जिनका मुकाबला एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से है।
सिन्हा की ओर से नामांकन दाखिल किए जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है। एक तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नफरत है तो दूसरी तरफ सभी विपक्षी दलों की भाईचारा की विचारधारा है। हम सभी मिलकर यशवंत सिन्हा जी का समर्थन कर रहे हैं। उनका यह भी कहना था कि समूचा विपक्ष सिन्हा के साथ खड़ा है।
तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय ने कहा कि यह दो व्यक्तियों के बीच की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह दो विचारधाराओं की लड़ाई है। यह लड़ाई सांप्रदायिकता बनाम धर्मनिरपेक्षता की है। यशवंत सिन्हा बेहतरीन उम्मीदवार हैं। कांग्रेस, द्रमुक, एनसीपी, राजद और कई अन्य विपक्षी दल सिन्हा का समर्थन कर रहे हैं। यह देश के सर्वश्रेष्ठ मूल्यों का व्यापक गठबंधन है। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि यह पहचान की राजनीति का सवाल नहीं है। हम द्रौपदी मुर्मू का धन्यवाद करते हैं। लेकिन यह लड़ाई विचारधाराओं की है।
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