इंडिया न्यूज, गुरुग्राम। दिल्ली के अस्पताल में जांच के बाद गुरुग्राम जिला जेल भोंडसी ले जाते समय रास्ते में सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार हुए दोनों कैदियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें मथुरा से गिरफ्तार किया गया है। वहीं इस मामले में घटना वाले दिन ही सुरक्षा में लगे दो पुलिसकर्मी, एक होटल के कर्मचारी समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि बीती 30 मई 2022 को भोंडसी जेल से 2 कैदी राकेश और अभिजीत को इलाज के लिए दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में ले जाया गया था। वहां से वापस जेल लौटते समय गुरुग्राम के सेक्टर-38 में स्थित एक होटल में जेल एस्कॉर्ट के सुरक्षाकर्मी उन्हें ले गए। इस दौरान वे सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गए थे। अपने ही कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए गुरुग्राम पुलिस ने जेल एस्कॉर्ट में तैनात उन तीनों सिपाहियों को सस्पेंड कर गिरफ्तार कर दिया था, जो उन कैदियों की सुरक्षा में लगाए गए थे। इसके अलावा इन कैदियों को भगाने में मदद करने के आरोप में तीन अन्य लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध प्रीतपाल ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि फरार हुए कैदी राकेश और अभिजीत दोनों ही अपराधिक मामलों में जेल में बंद थे। दोनों ही कैदियों को दिल्ली के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था। राकेश पर लगभग 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें 3 मामलों में कोर्ट की ओर से आरोपी राकेश को सजा सुनाई जा चुकी है। एक मामले में राकेश सबूतों के अभाव में बरी हो गया है। वहीं एक अन्य मामले में अभी भी जेल में बंद था।
दोनों ही कैदियों के फरार कराने में राकेश और अभिजीत के तीन अन्य साथी थे, जिसमें होटल का संचालक भी शामिल था। इन तीनों ने ही आरोपी राकेश और अभिजीत को भगाने में पूरी मदद की थी। इन्हें स्कूटी भी उपलब्ध कराई थी। अब इस मामले में पुलिस ने दोनों कैदियों को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी ओर इसमें शामिल सभी आरोपी सलाखों के पीछे पहुंचा दिए गए हैं।
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