India News Delhi (इंडिया न्यूज), Delhi University : दिल्ली विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफेसर डॉ. रितु सिंह आर्ट फैकल्टी के बाहर रेहड़ी लगाकर पकौड़े बेचती नजर आईं।पीएचडी पकौड़े वाली के नाम से उन्होंने कला संकाय के बाहर स्टॉल लगाना शुरू किया था। हालांकि बाद में पुलिस ने गैर कानूनी बताते हुए हटा दिया और उन पर एफआईआर भी दर्ज कर ली।
डॉ. रितु ने बताया कि 2020 में उन्हें दौलतराम कॉलेज से हटा दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि उसे जातिगत कारणों से नौकरी से निकाल दिया गया और अब वह न्याय के लिए लड़ रही है। अगस्त 2023 से उन्होंने कला संकाय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और सामान हटा लिया गया. अब जब उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा तो वे पकौड़े बेचने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि जनवरी माह में कुलपति प्रो. योगेश सिंह से उनकी मुलाकात हुई थी। उन्होंने डीयू और कॉलेज के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और एससी-एसटी सहायक प्रोफेसरों के रिक्त पदों को भरने के लिए एक विशेष अभियान शुरू करने की मांग की थी।
उन्होंने कहा, इस पर कुलपति की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि वह थक चुकी हैं और बेरोजगारों के लिए पकौड़े बेच रही हैं। उन्होंने मेन्यू में जुमला पकौड़ा, विशेष भर्ती अभियान पकौड़ा, एससी-एसटी-ओबीसी बैकलॉग पकौड़ा, विस्थापन पकौड़ा और बेरोजगारी स्पेशल चाय को शामिल किया है। उन्होंने अपने स्टॉल पर दीक्षांत समारोह में डिग्री लेते हुए की फोटो भी पोस्ट की है।