होम / कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्र्डो के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्र्डो के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन

• LAST UPDATED : September 24, 2023

India News (इंडिया न्यूज़) : देश विरोधी ताकतों में शामिल खालिस्तानियों को संरक्षण देने के विरोध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर आज यानि रविवार को विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। ट्रुडो के खिलाफ प्रदर्शन में आतंकी पन्नू को भारत के हवाले करने की मांग की गई। बता दें, इस विरोध प्रदर्शन में जय भगवान गोयल अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट व राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रवादी शिवसेना व वरिष्ठ नेता, बीजेपी से जुड़े लोग शामिल रहे। अपनी मांग को लेकर एक ज्ञापन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री भारत सरकार विदेश मंत्री भारत सरकार को भी दी गई।

कनाडा पीएम खालिस्तानियों को दे रहे पनाह

गोयल ने बताया कि कनाडा पीएम काफी महीनों से भारत विरोधी खालिस्तानियों के साथ मिल जुलकर उन्हें पूरा समर्थन व संरक्षण दे रहे हैं। भारत सरकार द्वारा बार-बार इस मुद्दे पर विरोध करने बावजूद भी कनाडा के प्रधानमंत्री पर किसी किस्म का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि जी-20 सम्मलेन में भी भारत के प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से भी इस गंभीर व संवेदनशील मुद्दे पर उनसे चर्चा की थी, परंतु कनाडा जाते ही खालिस्तानियों के दबाव में एक बार फिर कनाडा के प्रधानमंत्री ने खालिस्तानी उग्रवादी निज्जर हत्याकांड में भारत पर ही आरोप लगा दिए हैं, जिसे भारत ने बड़ी ही गंभीरता से लिया है और कनाडा को उम्मीद से ज्यादा सख्त जवाब दिया है।

कनाडा के एक हिस्से को तोड़कर एक नया खालिस्तान बना दें

गोयल ने आगे यह भी कहा कि अगर कनाडा के प्रधानमंत्री को भारत विरोधी खालीस्तानियों से इतना ही प्रेम है तो वो कनाडा के एक हिस्से को तोड़कर एक नया खालिस्तान देश क्यों नहीं बना देते? हम ही सबसे पहले उसे मान्यता दे देंगे। आगे उन्होंने कनाडा के पीएम को चेतावनी देते हुए कहा कि कनाडा भारत विरोधी खालिस्तानियों को संरक्षण देने से नहीं हटा तो हम कनाडा के यूनिवर्सिटियों में पढ़ रहे भारतीय बच्चों को भारत वापस बुला लेंगे व आगे से कनाडा में अपने बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए किसी दूसरे देश में भेजेंगे। गोयल ने यह भी कहा कि भारत कनाडा के परस्पर आर्थिक संबंधों व राजनीतिक संबंधों में अगर खटास आती है तो इसकी जिम्मेदारी पूर्णतः कनाडा के प्रधानमंत्री की ही होगी।

also read ; ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने खड़ा किया सबसे बड़ा स्कोर, रखा 400 रन का लक्ष्य

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox