India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Punjabi Bagh Flyover: मोती नगर जंक्शन पर तीन लेन चौड़े फ्लाईओवर का उद्घाटन मार्च में किया गया था। इस परियोजना का हिस्सा रहे पंजाबी बाग फ्लाईओवर का काम जुलाई तक पूरा होना था, लेकिन मौजूदा स्थिति को देखकर यह संभव नहीं लग रहा है। कई स्थानों पर स्लैब लगाने के लिए गार्डर अभी तक नहीं बनाए गए हैं और कई जगहों पर स्लैब लगाना भी बाकी है।
पंजाबी बाग फ्लाईओवर के निर्माण का उद्देश्य धौलाकुआं से आजादपुर की ओर जाने वाले ट्रैफिक को सुगम बनाना है। इस फ्लाईओवर का निर्माण दो चरणों में किया जा रहा है। पहला चरण मोती नगर जंक्शन पर स्थित तीन लेन चौड़ा फ्लाईओवर है, जिसका उद्घाटन इस साल मार्च में हुआ था। दूसरा चरण भारत दर्शन पार्क से बसई दारापुर गांव तक का फ्लाईओवर है, जिसकी लंबाई लगभग 1.12 किमी है।
इस परियोजना के तहत 21 पिलर बनाए गए हैं, जिनमें से तीन-चार पिलर ऐसे हैं जिनके ऊपर से बीएसईएस और टाटा पावर (डीडीएल) की ओवरहेड हाईटेंशन लाइनें (66 व 33 केवी) गुजर रही हैं। इन लाइनों की वजह से पिलर कैप लगाना मुश्किल हो रहा है। जब तक इन लाइनों को पिलरों के ऊपर से पूरी तरह से शिफ्ट नहीं किया जाता, तब तक पिलर कैप नहीं डाले जा सकते, जिससे स्लैब लगाना भी संभव नहीं हो पाएगा।
पंजाबी बाग श्मशान घाट के ठीक सामने फ्लाईओवर के बीच में स्लैब नहीं डाला गया है, जबकि आगे का हिस्सा पूरा हो चुका है। ड्रेन से आगे का हिस्सा भी अभी अधूरा है। मुख्य काम ड्रेन के आगे के हिस्से में ही बाकी है। इस हिस्से में कई जगहों पर पिलरों पर गार्डर भी नहीं लगाए गए हैं। गार्डर के ऊपर ही स्लैब रखा जाता है। बसई दारापुर गांव तक अभी गार्डर बनाना और उन पर स्लैब लगाना बाकी है।
PWD अधिकारियों के अनुसार, पंजाबी बाग फ्लाईओवर के पूरा होने के बाद धौलाकुआं से आजादपुर तक रिंग रोड का लगभग 17-18 किमी लंबा हिस्सा सिग्नल फ्री हो जाएगा। इस मार्ग पर धौलाकुआं से नारायणा फ्लाईओवर, मायापुरी, राजा गार्डन, पंजाबी बाग, मोती नगर, चौधरी ब्रह्म सिंह, और शालीमार बाग फ्लाईओवर आते हैं। इन सभी फ्लाईओवरों के बनने से यह पूरा स्ट्रेच लगभग सिग्नल फ्री हो जाएगा, जिससे यातायात सुगम और तेज हो जाएगा।
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