इंडिया न्यूज़, Delhi News : नेशनल हेराल्ड मामले में पार्टी नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर कार्रवाई के विरोध में आज सुबह उनके मार्च से पहले कांग्रेस कार्यकतार्ओं को हिरासत में लेकर बसों में बिठाया गया क्योंकि इन्होंने अपने नेताओं के समर्थन में नारे लगाए। दिन के भीतर और भी अधिक कांग्रेस कार्यकतार्ओं के सड़कों पर उतरकर नारेबाजी करने की उम्मीद है क्योंकि पार्टी ने अपनी क्षमता दिखाने के लिए इस विरोध की एक नीति बनाई है।
राहुल गांधी को ईडी के समक्ष पेश होना है, जो कि मनी लॉन्ड्रिंग वाले मामले की जांच कर रहा है। पुलिस ने एजेंसी के कार्यालय के पास निषेधाज्ञा लगा दी है। पता चला है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा राहुल गांधी के साथ ईडी कार्यालय तक जाने वाली है। दिल्ली पुलिस ने बीती रात सांप्रदायिक और कानून व्यवस्था की स्थिति और वीवीआईपी आंदोलनों का हवाला देते हुए विरोध मार्च की आज्ञा देने से साफ इंकार कर दिया था।
कांग्रेस नेताओं ने उनसे फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद पार्टी ने दिल्ली और कई अन्य शहरों में नियोजित विरोध प्रदर्शन को आगे बढ़ाने का फैसला किया। कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का प्रयोग करने का आरोप लगाती है। पार्टी ने कहा है कि उसके नेताओं के विरोध आरोप “फर्जी और निराधार” हैं और उन्होंने भाजपा पर “प्रतिशोध की राजनीति” का आरोप लगाया।