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Ravan Dahan Time in Delhi: दशहरे पर देखना है रावण दहन तो ये हैं दिल्ली की 15 खास जगहें, देखें लिस्ट

• LAST UPDATED : October 24, 2023

India News(इंडिया न्यूज़), Ravan Dahan Time in Delhi: आज पूरे दुनिया में दशहरा का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी बुराई पर अचाई की जीत का जश्न मनाने के लिए दिल्ली के प्रमुख स्थानों पर शाम को रावण दहन (Ravan Dahan Time in Delhi) पर एक विशाल सभा होगी। इतना ही नहीं, दिल्ली के प्रमुख स्थानों पर लगने वाले मेलों में लोगों को हॉस्टल के साथ-साथ धर्मशाला का भी लाभ मिलेगा। आज यानी 24 अक्टूबर को विजयादशमी तिथि दोपहर 3 बजकर 14 मिनट तक रहेगी। इस दौरान लोग जश्न और पूरे विधि-विधान के साथ मां दुर्गा की आखिरी पूजा करेंगे। इसके बाद रावण दहन (Ravana Dahan) का कार्यक्रम होगा।

दिल्ली में रावण दहन का समय

इस बार दिल्ली में रावण दहन का उत्सव शाम 7:19 बजे से 8:54 बजे के बीच है। नवरात्रि के नौ दिनों की पूजा-पाठ के बाद आज जगह-जगह रावण दहन किया जाएगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग वहां रावण दहन देखना चाहते हैं, जहां भव्य तरीके से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है और दशहरा मेले का भी आयोजन किया जाता है।

ये दिल्ली में दशहरा मेले और रावण दहन के प्रमुख स्थान हैं।

1. लाल किला मैदान, दिल्ली
2. नोएडा मैदान, अजमेरी गेट नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास
3.सुभाषत पार्क, पीतमपुरा
4. जेनापुरी रिज़ॉर्ट कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली
5. श्री रामलीला उत्सव द्वारका सेक्टर-11
6. रामलीला मैदान, सदर बाज़ार, दिल्ली कैंट।
7. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली
8. श्रीराम भारतीय कला केंद्र, कॉपरनिकस मार्ग
9. आईपी एक्सटेंशन की रामलीला
10. अशोक विहार फेस-1 का पर्यटन मेला
11. सीबीडी ग्राउंड पर बालाजी मद्रास मेट्रो स्टेशन: कड़कदुमा कोर्ट और मानसरोवर पार्क
12. श्री धार्मिक संस्था चिराग दिल्ली
13. दशहरा मैदान, फरीदाबाद
14. नोएडा स्टेडियम

यहां रावण की मृत्यु दक्षिणावर्त दिशा में होने पर होती है

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अशोक विहार फेज-1 की कंपनी एक ऐसी जगह है जहां एक परंपरा दशकों से चली आ रही है। यहां दशहरे के दिन भगवान श्री राम और रावण को कुछ दक्षिणा देते समय युद्ध में उनकी मृत्यु हो जाती है। यहां बीना दक्षिण मील पर रावण को मेरा नहीं माना जाता। इसलिए यहां रावण को गुप्त दक्षिणा देने की परंपरा है। साउथ में कितना पैसा मिलता है ये महत्वपूर्ण नहीं है। ये तो बस एक परंपरा है, जो हर साल पूरी की जाती है।

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