India News(इंडिया न्यूज़), RBI: भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक समीक्षा बैठक के बाद रेपो रेट की घोषणा की। आरबीआई ने लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया। भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर ब्याज दरों को स्थिर रखा है। ब्याज दरों में कटौती का फायदा भले ही लोगों को नहीं मिला हो, लेकिन यूपीआई ट्रांजैक्शन को लेकर बड़ा बदलाव किया गया है। RBI ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) भुगतान के लिए लेनदेन सीमा बढ़ा दी है। यूपीआई ट्रांजैक्शन की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है।
देश में यूपीआई ट्रांजैक्शन लगातार बढ़ रहा है। हर महीने UPI ट्रांजेक्शन की संख्या बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए आरबीआई ने बड़ी राहत दी है। रिजर्व बैंक ने यूपीआई के जरिए लेनदेन की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों में यूपीआई लेनदेन की सीमा अब 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये की जा रही है। RBI ने UPI ऑटो पेमेंट की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है।
आरबीआई के इस फैसले से सिर्फ अस्पतालों और शिक्षण संस्थानों को फायदा होगा। इन जगहों पर आप UPI के जरिए 5 लाख रुपये तक का पेमेंट कर सकते हैं। ऐसा करने से UPI के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा। यूपीआई के जरिए लोग अस्पतालों और स्कूल-कॉलेजों की फीस आसानी से चुका सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को लेकर कोई बदलाव नहीं किया है। रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा है। आरबीआई के इस फैसले से सस्ते कर्ज को लेकर लोगों की उम्मीदें धराशायी हो गई हैं।
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