Republic Day 2023: राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पहली बार कर्तव्य पथ पर मनाया जा रहा है। ऐसे में दिल्ली में सभी देशी-विदेशी मेहमानों और दिल्लीवासियों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। जमीन से आसमान तक अद्धैसेनिक बलों और दिल्ली पुलिस सहित खुफिया एजेंसियों की तैनाती की गई है।
गणतंत्र दिवस को देखते हुए दिल्ली को एक प्रकार से पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हर जगह पुलिस और पैरामिलिट्री के जवान तैनात हैं। हर प्रकार के संभावित आतंकी खतरे को ध्यान में रखते हुए दिल्ली को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है। कर्तव्यपथ से लेकर लाल किले तक कई लेयर्स में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
बता दें कि दिल्ली पुलिस के 27 हजार पुलिसकर्मी और पैरामिलिट्री सड़कों पर मुस्तैद रहकर सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए हैं। केवल नई दिल्ली में 6 हजार सुरक्षाकर्मी सुरक्षा बंदोबस्त के लिए लगाए गए हैं। गणतंत्र दिवस परेड और नजदीकी इलाकों की निगरानी करने के लिए 150 से ज्यादा CCTV कैमरे लगाए गए हैं। वहीं, ऊंची इमारतों को कल शाम से ही बंद कर दिया गया है।
आज यानी 26 जनवरी को होने वाली परेड देखने के लिए लगभग 65 हजार लोग पहुंचने वाले हैं। जिन्हें प्रवेश लेने के लिए QR कोड का इस्तेमाल करना होगा। इसी के मदद से सब एंट्री ले सकेंगे। इसके अलावा वैलिड पास होल्डर और टिकट खरीदने वालों को ही ही परेड देखने के लिए प्रवेश करने दिया जाएगा।
गणतंत्र दिवस की परेड आज कर्तव्यपथ से शुरू होगी और लाल किले पर समाप्त होगी। आसपास के इमारतों पर स्नाइपर्स तैनात हैं। वहीं, पैरामिलिट्री फोर्स और कमांडो की भी तैनाती है। करीब 6000 जवानों को और उसके आसपास के रास्ते पर तैनात किया गया है। तुगलक रोड से कर्तव्य पथ की ओर जाने वाले रास्तों पर भी सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। नई दिल्ली यानी लुटियन जोन का पूरा इलाका अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है। करीब सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। बिना सुरक्षा पास के एंट्री लेना मुश्किल होगा। दिल्ली पुलिस के जवान गाड़ियों की चेकिंग में लगे हुए हैं और पास होने पर ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
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