इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Sarai Kale Khan news): दो नए फ्लाईओवर बनाकर रिंग रोड को सिग्नल फ्री बनाया जाएगा। गौरतलब है कि जिस तरह सराय काले खां परिवहन हब बनते जा रहा है। उसे देखते हुए उक्त इलाके में जाम लगने की आशंका भी बढ़ रही है। इस मामले की गंभीरता से लेते हुए अब सराय काले खां से लेकर बारापुला एलिवेटेड कारिडोर तक रिंग रोड को सिग्नल फ्री बनाने की योजना तैयार की गई है। नई योजना के तहत रिंग रोड के इस भाग में दो फ्लाईओवर बनाकर रिंग रोड को पूरी तरह सिग्नल फ्री किया जाएगा।
गौरतलब है कि सराय काले खां में रेलवे स्टेशन पहले से ही है। लेकिन, जब से यहां से दक्षिण भारत के लिए ट्रेनें शुरू की गई हैं, यहां यातायात का दबाव बढ़ गया है। इसके साथ ही यहां अंतरराज्यीय बस अड्डा है, मेट्रो स्टेशन है और अब रैपिड रेल का स्टेशन भी बन रहा है। ये तीनों इंटर कनेक्टेड होंगे। इससे यहां भीड़ बढ़ेगी और वर्तमान समय में जितना जाम लगता है, उससे कहीं अधिक जाम आने वाले समय में लगेगी। इस स्थिति से निपटने के लिए यह कार्य शुरू की गर्इ्र है।
इस योजना के तहत सराय काले खां बस अड्डे के सामने पहले से बने तीन लेन के सिंगल फ्लाईओवर को डबल किया जाएगा। अभी इस फ्लाईओवर से आश्रम की ओर से आकर वाहन चालक आइटीओ या यमुनापर की ओर जाते हैं। इसी के साथ बनने वाले दूसरे तीन लेन के फ्लाईओवर से लोग आइटीओ या यमुनापार की ओर से आकर आश्रम की तरफ जा सकेंगे।
इस नए नवनिर्माण से सराय काले खां पर जाम में फंसना नहीं पड़ेगा। फ्लाईओवर निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। इस नवनिर्माण में 57.7 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। फ्लाईओवर करीब 600 मीटर लंबा होगा। इसके ठीक नीचे टी-जंक्शन पर दो यू-टर्न भी बनाए जाएंगे। इसकी मंजूरी के लिए परियोजना को दिल्ली अर्बन आर्ट कमीशन (डीयूएसी) को भेज दिया गया है। इस परियोजना को जल्द ही अनुमति मिलने की संभावना है।
दूसरे फ्लाईओवर के तहत सराय काले खां से लेकर बारापुला एलिवेटेड कारिडोर के फेज-एक के लूप तक रिंग रोड को सिग्नल-फ्री किया जाएगा। इस तरह सराय काले खां बस अड्डा वाले सिंगल बने फ्लाईओवर से शुरू होकर दोतरफा यातायात वाला, यानी छह लेन का फ्लाईओवर बनेगा। इस परियोजना की स्वीकृति के लिए यूटिपेक (यूनिफाइड ट्रैफिक एंड ट्रासपोर्टेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सेंटर) को भेज दिया गया है। वहां से अनुमति मिलने के बाद इसे डीयूएसी में भेजा जाएगा। यहां से अनुमति मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) से मिली जानकारी के अनुसार अभी इस फ्लाईओवर परियोजना को दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल के लिए काम कर रहे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रीय परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) आगे बढ़ा रहा है। अगर पीडब्ल्यूडी को इस परियोजना के लिए जिम्मेदारी और राशि मिली तो वह इस पर काम करेगा। ताकि इस परियोजना को शीघ्र पूरा किया जा सकें।
Also read : दिल्ली में कोरोना ने पकड़ी रफ़्तार, बीते 24 घंटो में दर्ज हुए 1324 नए मामले