India News(इंडिया न्यूज़) Safdarjung Hospital: सफदरजंग अस्पताल से एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं। बता दे कि सफदरजंग अस्पताल में अब से नवजात के साथ माताएं भी साथ रह सकेंगी। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल और सफदरजंग अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वंदना तलवार ने इस सुविधा का शुभारंभ कर दिया हैं। ये पहली बार हुआ है कि किसी अस्पताल में नवजात बच्चों के कंगारू केयर की सुविधा दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार सफदरजंग अस्पताल में सोमवार को 15 बेड का मातृ-एनआइसीयू शुरू किया गया है। ये भी जारकारी दिया गया कि अब से बच्चों के जन्म के बाद बीमार नवजात के साथ उनकी माँ को रहने की अनुमति दे दिया गया है। इससे बच्चे जल्द ठीक हो सकते है और उनकी माँ उनका ध्यान भी रख सकती है। बच्चों के देखभाल में भी कोई कमी देखने को नहीं मिलेगी।
अस्पताल के लोगों का कहना है कि सामान्य तौर पर बीमार नवजात को एनआइसीयू में भर्ती करने पर माँ को वहां साथ नहीं रहने दिया जाता है, क्योंकि ऐसा मानते है कि साथ रहने से संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। लेकिन सफदरजंग अस्पताल में किए गए एक रिसर्च में इस मान्यता गलत साबित कर दिया गया है। बता दे कि जानकारी के मुताबिक रिसर्च मेे यह पाया गया कि एनआइसीयू में नवजात के साथ मां को रहने दिए जाने से बच्चों के सेहत में तेजी से सुधार देखने को मिलता है। वह अपने बच्चे को अपने साथ रखे तो गंभीर नवजात बच्चों की मृत्यु दर एक चौथाई कम हो जाती है। सफदरजंग अस्पताल में ऐलान किया गया है कि अब आइसीयू में बच्चों की माँ को रहने दिया जाएगा।
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