होम / सत्येंद्र जैन की बढ़ी मुश्किलें, जैन और उनके करीबी के घर मिले सोने के 133 सिक्के और 2.82 करोड़ कैश

सत्येंद्र जैन की बढ़ी मुश्किलें, जैन और उनके करीबी के घर मिले सोने के 133 सिक्के और 2.82 करोड़ कैश

• LAST UPDATED : June 7, 2022

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है उनके खिलाफ कई खुलासे हो रहे है। गौरतलब है कि ईडी की छापेमारी में सत्येंद्र जैन और उनके एक करीबी के घर से भारी मात्रा में कैश और सोना बरामद हुआ है। सत्येंद्र जैन फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं। बताया जा रहा है कि ईडी को सत्येंद्र जैन और उनके एक करीबी के घर से 2.82 करोड़ रुपये कैश मिले हैं। इसके साथ ही एक किलो से ज्यादा सोना भी मिला है, जिसमें 133 सोने के सिक्के शामिल हैं। इस मामले में आगे की जांच जारी है।

सत्येंद्र जैन के ठिकानों पर ईडी ने गतदिन की थी छापेमारी

गौरतलब है कि ईडी ने सोमवार को दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ कथित हवाला सौदे से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत उनके घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी। 57 वर्षीय जैन को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत 30 मई को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें नौ जून तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया था।

इससे पहले ईडी ने 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति की थी कुर्क

इससे पहले ईडी ने अप्रैल में जांच के तहत सत्येंद्र जैन के परिवार और उनके स्वामित्व एवं नियंत्रण वाली कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। ईडी ने तब एक बयान में कहा था कि उसने पीएमएलए के तहत अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफोसोल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, वैभव जैन की पत्नी स्वाति जैन, अजित प्रसाद जैन की पत्नी सुशीला जैन और सुनील जैन की पत्नी इंदु जैन से संबंधित 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति कुर्क करने के लिए एक अस्थायी आदेश जारी किया था।

2015 में सत्येंद्र जैन थे एक लोक सेवक

जांच में यह पाया गया कि 2015 और 2016 के दौरान जब सत्येंद्र कुमार जैन एक लोक सेवक थे, तब उनके स्वामित्व और नियंत्रण वाली कंपनियों को कोलकाता के एंट्री आॅपरेटर को हवाला के जरिए भेजी गई रकम के बदले शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये मूल्य के ट्रांजेक्शन मिले थे। ईडी ने कहा था कि इन राशियों का उपयोग जमीन की सीधी खरीद या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद को लेकर लिये गए ऋण की अदायगी में किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि कुर्की आदेश में नामित व्यक्ति जैन के सहयोगी और परिवार के सदस्य हैं।

2017 में एफआईआर दर्ज के बाद आया मनी लॉन्डिंग का मामला

जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला अगस्त 2017 में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उनके और अन्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में दर्ज एफआईआर के बाद आया है। सीबीआई ने दिसंबर 2018 में एक आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि 2015-17 के दौरान कथित आय से अधिक संपत्ति का मूल्य 1.47 करोड़ रुपये था, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से लगभग 217 प्रतिशत अधिक था। आयकर विभाग ने भी इन लेन-देन की जांच की थी और कथित रूप से जैन से जुड़ी बेनामी संपत्ति को कुर्क करने का आदेश जारी किया था।

ये भी पढ़ें : दिल्ली में हीटवेव जारी, जल्द ही हो सकती है बारिश, जानिए कब मिलेगी राहत 

ये भी पढ़ें : दिल्ली के राजिंदर नगर उपचुनाव पर आम आदमी पार्टी, भाजपा, कांग्रेस की निगाहें

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube

 

 

Tags:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox