इंडिया न्यूज,नई दिल्ली ।
Savendi Park will Soon be Built For Differently-Abled Children : अब दिव्यांग श्रेणी के छात्र अपने पार्क में ही खेल सकेंगे,क्योकि अब इनके लिए स्पैशल सवेंदी पार्क बनाएं जा रहे है । स्कूलों में भले ही सामान्य और दिव्यांग श्रेणी के छात्र एक साथ बैठकर पढ़ते हो। लेकिन शारीरिक अक्षमताओं के कारण दिव्यांग छात्र सामान्य छात्रों के साथ पार्क में एक साथ खेल नहीं पाते हैं।
इसके पीछे विभिन्न कारण है। इसमें झूलों, पार्क का फर्श, विभिन्न खेलों का दिव्यांग बच्चों के अनुकूल न होना भी शामिल है। लेकिन, अब दिल्ली सरकार द्वारा दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष तौर पर संवेदी (सेंसरी) पार्क बनाए जाएंगे। शिक्षा निदेशालय के समावेशी शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आमतौर पर स्कूलों में जिन पार्कों का निर्माण किया जाता है उनकी बनावट कुछ ऐसी होती है कि व्हीलचेयर पर बैठने वाले बच्चे या फिर दृष्टिहीन बच्चे वास्तव में उन तक पहुंच ही नहीं सकते थे। इसके अलावा आटिज्म या फिर दिमाग संबंधी विकलांग बच्चों के लिए भी ये उपयुक्त नहीं होते हैं। ऐसे में ये बच्चे चाहकर भी दूसरे बच्चों के साथ घुल-मिल नहीं सकते हैं।
दिल्ली में समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दिव्यांग बच्चों के लिए अनुकूल पार्क की सख्त जरूरत थी। उनके मुताबिक यह दिल्ली में एक विशेष प्रकार का पार्क होगा जिसे दिव्यांग छात्रों को बेहतर माहौल देने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है। इस पार्क में उन्हें सामान्य छात्रों की तरह खेलने के अलावा सीखने का भी मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल दो पार्क पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किए जाएंगे। जो कि इस मार्च के अंत तक तैयार हो जाएंगे। इसमें एक पार्क निगम के स्कूल में प्राथमिक स्तर पर और शिक्षा निदेशालय के एक स्कूल में माध्यमिक स्तर पर तैयार किया जाएगा। इसे तैयार करने के लिए कुल चार लाख रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। जिसमें प्रत्येक स्कूल को दो लाख रुपये में इस पार्क को तैयार करना है।
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ये दिव्यांग छात्र इस पार्क में खेलने के साथ अपनी फिटनेस का ध्यान दे सकेंगे। इसमें व्हीलचेयर से चलने वाले दिव्यांग छात्र इस पार्क में लगे झूलों में आसानी से झूला सकेंगे और विभिन्न तरह की अन्य गतिविधियां भी करे सकेंगे। इससे फिटनेस के साथ-साथ उनके हाथ और कंधे मजबूत हो सकेंगे।
निदेशालय के अधिकारी ने बताया कि पार्क को तैयार करने के लिए मानसिक रूप से कमजोर बच्चों की आवश्यकताओं का भी खासकर ध्यान रखा जाएगा।उनकी मस्तिष्क क्षमता बढ़ाने के लिए अलग-अलग रंग व आकार की रेलिंग भी लगेंगी। वहीं, निदेशालय ने इस पार्क को लेकर एक कमेटी का गठन भी किया है। कमेटी में शामिल अधिकारियों को इस पार्क को की बनावट, खूबियां, पार्क में लगाए जाने वाले उपकरण से संबंधित जानकारी शिक्षा निदेशालय को 31 मार्च तक देनी होगी।
Savendi Park will Soon be Built For Differently-Abled Children