India News (इंडिया न्यूज): हाल ही में दिल्ली के तिहाड़ में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. यह घटना पुलिस की उपस्थिति में हुई थी. जिसके बाद दिल्ली-एनसीआर की 12 गैंग के करीब 25 गुर्गों पर सुरक्षा एजेंसियों की पैनी नजर है. दो खेमे में बंटे इन गुर्गे में ज्यादातर दिल्ली एनसीआर और पंजाब की जेलों में बंद हैं. तो वही गैंग के जो लोग पुलिस के पहुंच से बाहर हैं, वें बाहर से ही गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं. आपको बता दें कि पिछले कुछ वर्षों से सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र उर्फ गोगी गैंग के बीच खूनी जंग छिड़ी हुई है.
‘सभी विरोधी गैंग एक हो गए है’
दरअसल, गैंगवार में पहले गैंगस्टर गोगी और अब टिल्लू की बेरहमी से हत्या कर दी गई है. हत्या के पहले दोनों गैंग ने अपनी ताकत बढ़ाने के लिए अन्य गैंग से हाथ मिला लिए थे. इस कारण दिल्ली के तकरीबन सभी विरोधी गुट अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने के लिए दो गुटों में बंटकर एक दूसरे को निपटाने में जुटे हैं. टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद जेल में बदमाशों की वारदात बढ़ने की आशंका थी, इसलिए इनकी जेल भी बदली गई.
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इन गैंग पर रखी जा रही नजर-
एजेंसियों को जिन गैंगस्टर के बीच गैंगवार होने की आशंका है, उनमें 12 गैंग शामिल हैं. जितेंद्र गोगी गैंग सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया गैंग, नीरज बवाना/नवीन बाली गैंग, अशोक प्रधान/राजेश बवाना गैंग, हाशिमबाबा गैंग, छेनु गैंग, कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग, मंजीत महाल गैंग, काला जठेड़ी गैंग, कौशल चौधरी गैंग और सबसे खतरनाक माने जाने वाले लॉरेंस बिश्नोई गैंग और देवेंद्र बंबीहा गैंग शामिल है.