इंडिया न्यूज, नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल सरकार की प्रशासनिक अक्षमताओं के कारण दिल्लीवासी जल संकट से जूझ रहे हैं। गत 8 वर्षों से दिल्ली जल बोर्ड 800 एमजीडी पानी ही मुहैया करा रहे है जबकि दिल्ली में पानी की जरुरत 1380 एमजीडी है।
उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि जल मंत्री सत्येन्द्र जैन द्वारा 28 अप्रैल को 2022 का समर एक्शन प्लान में 65 एमजीडी अधिक पानी उपलब्ध कराने की घोषणा की थी परंतु केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में 70 एमजीडी पानी के संकट को स्वीकार कर रहे है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के पास दिल्ली को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए कोई रोड मैप नही है।
अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार मुफ्त पानी के रुप में लोगों के घरों में गंदा, बदबूदार पानी के साथ फ्री बीमारी परोस रहे है। क्योंकि समर एक्शन प्लान में उपभोक्ताओं की शिकायतों पर जांच में 42 प्रतिशत पानी के सैम्पल फेल पाए गए जो बेहद चिंताजनक है। दिल्ली जल बोर्ड को पानी में अमोनिया की मात्रा को कम करने के लिए टेक्नोलॉजी का प्रयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बढ़ती गर्मी के साथ लगातार पानी की कमी बढ़ रही है और वजीराबाद, चन्द्रावल और औखला में जल स्तर सामान्य से कही अधिक कम हो गया है जिसका समय रहते दिल्ली जल बोर्ड ने ख्याल नही रखा जिसके कारण पूरी दिल्ली में पानी की सप्लाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के रिकॉर्ड अनुसार जहां 2013-14 में औसतन प्रति व्यक्ति 50 गैलन पानी उपलब्ध होता था जो वर्तमान में घटकर 45 गैलन प्रति व्यक्ति रह गया है।
दिल्ली जल बोर्ड में भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबा हुआ है। उन्होंने कहा कि जब तक दिल्ली जल बोर्ड को घाटे से नही निकाला जाता दिल्ली में 24 घंटे स्वच्छ जल नल में उपलब्ध नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भाजपा ने निगम को लूट कर कंगाल बना दिया है उसी प्रकार केजरीवाल की भ्रष्ट सरकार ने दिल्ली जल बोर्ड को दिवालिया बना दिया है। ऐसे में आम जनता जाए तो कहा जाए।