इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Sidhu Musewala update news) : हाल ही में 15 मई को सिद्धू मूसेवाला की एक नई गीत ओह चौबर दे चेहरे उत्ते नूर दसदां नी, एहदा उठेगा जवानी विच जनाजा मिठ्ठिये…रिलीज हुआ था। यह गीत सिद्धू मूसेवाला ने वाजिर रैपर के साथ मिलकर 15 मई को रिलीज किया था। शायद उन्हें पता नहीं था कि यह उनकी जिंदगी का आखिरी गीत होगी और इस गीत के बोल सच होने वाले हैं। महज, दो सप्ताह बाद ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई।
सिद्धू ने यह गीत अपने आप पर गाया था, जिसमें वह कहते हैं कि चौबर यानी गबरू जवान के चेहरे पर काफी नूर दिख रहा है और इसका जनाजा जवानी में ही निकलने वाला है। गीत दो सप्ताह से तेजी से वायरल हो रहा था और इसे सुनने वालों की संख्या लाखों में पहुंच चुकी थी। यह गीत रविवार को हकीकत में बदल गया और सिद्धू मूसेवाला सदा के लिए गहरी नींद सो गए।
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