इंडिया न्यूज, नई दिल्ली : यूपी पुलिस की एस.आई.टी. के द्वारा 1984 कानपुर सिख कत्लेआम मामले में 2 अन्य आरोपीयों की गिरफ्तारी करने के बाद जागो पार्टी के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने आरोप लगाया है कि कुछ सिख नेता इस मामले में श्रेय लेने की होड़ में जुटे हैं । जीके ने कहा कि 1984 सिख कत्लेआम के दौरान कानपुर में आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 127 सिखों का कत्ल हुआ था। लेकिन 33 साल तक किसी भी आरोपी के खिलाफ यूपी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।
इसी बात को आधार बनाकर 2017 में कानपुर कत्लेआम के मामलों की जांच के लिए दिल्ली कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके और अखिल भारतीय दंगा पीड़ित राहत कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप सिंह भोगल ने सुप्रीम कोर्ट में एस.आई.टी. बनाने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यूपी सरकार ने 5 फरवरी 2019 को एस.आई.टी. बनाईं थी।
एस.आई.टी. ने गवाहों व सबूतों को खंगालने के बाद की व्यापक जांच के बाद अभी तक कुल 67 आरोपियों की पहचान की है। ऐसे ही एक मामले में एस.आई.टी. ने 2 आरोपीयों भूरा और मोमिन को गिरफ्तार किया है। जबकि पिछले हफ्ते इसी मामले में 4 अन्य आरोपी गिरफतार हुए थे, अब तक कुल 6 आरोपी गिरफतार हो गए हैं। जीके ने कहा कि मेरे द्वारा कमेटी छोड़ने के 3.5 साल बाद भी मेरी टीम द्वारा किए गए सकारात्मक कार्यों के नतीजे अभी भी सामने आ रहे हैं।
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