गुरुग्राम। Soft power communicates culture to the world श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी (एसजीटी) विश्वविद्यालय ने संरचना के सहयोग से गुरुवार को द इवोल्यूशन आॅफ इंडियन सॉफ्ट पावर (The Evolution of Indian Soft Power) पर एक विषयगत चर्चा का आयोजन किया।
सत्र को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य डॉ. विनय सहबिुद्धे, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए) से डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने संबोधित किया। प्रोवोस्ट अमोघ राय एसजीटी विश्वविद्यालय (Provost Amogha Rai Sgt University) ने चर्चा का संचालन किया। डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि दुनिया ने लगभग 30 साल पहले सॉफ्ट पावर (Soft Power) की चर्चा शुरू की थी। सॉफ्ट पावर दुनिया को संस्कृति (culture) का संचार करने के बारे में है। उन्होंने कहा कि यह केवल संस्कृति के बारे में नहीं है, बल्कि संस्कृति के बारे में कैसे संवाद करता है और लोगों को संस्कृति को समझाता है।
Also Read : नवकल्प ने पक्षियों के लिए दाना-पानी नेस्ट लगाने का अभियान किया शुरू
भारत उन देशों में से है, जहां के लोग दुनिया के हर कोने में जबरदस्त सद्भावना का आनंद लेते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के सभी लोग मिलकर संस्कृति का निर्माण हैं। ऐसे में जब भारत के किसी भी व्यक्ति का बाहर अन्य देश में जाना होता है तो वह अपनी संस्कृति के बारे में दूसरे देश के लोगों को बताकर आते हैं।
डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि विदेशों में भारतीयों की पहचान उनकी संस्कृति से होती है। उन्होंने कहा कि जब भारतीय लोग किसी भी विदेशी-देश में जाते हैं तो उस देश के लोग भारतीयों का अभिवादन करते हैं क्योंकि भारत की संस्कृति समृद्ध है, इस प्रकार सॉफ्ट पावर भारत की एक मजबूत शक्ति बन रही है। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश बन कर उभर रहा है जो विश्व के लोग भारतीयों के संस्कारों के बारे में बात करते नहीं थकते। इस मौके पर दशमेश एजुकेशन चैरिटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी मनमोहन सिंह चावला, श्रीकृष्ण संरचना के अध्यक्ष, प्रो. विकास धवन प्रो-वाइस-चांसलर, प्रो. रजनीश वाधवा डीन एक्सटर्नल अफेयर्स, फैकल्टी सदस्य व छात्र मौजूद रहे।
Also Read : रेडक्रॉस महासचिव के जन्मदिवस पर किया पौधारोपण
Connect With Us : Twitter | Facebook | Youtube