होम / राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में लापरवाही पाए जाने पर होगी कठोर कार्रवाई

राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में लापरवाही पाए जाने पर होगी कठोर कार्रवाई

• LAST UPDATED : June 8, 2022

इंडिया न्यूज, गुरुग्राम (National TB Eradication news)। अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा की अध्यक्षता में मंकीपॉक्स, कोविड वैक्सीनेशन, एनीमिया मुक्त हरियाणा, राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, पल्स पोलियो अभियान को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने को लेकर विस्तार पूर्वक विचार विमर्श किया गया।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ने उपस्थित निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि वे टीबी की बीमारी से संक्रमित व्यक्ति की पहचान से लेकर उसके इलाज के लिए निर्धारित मानदंडों का गंभीरता से पालन करें। ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन कठोर कार्रवाई करेगी। बैठक में सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए बताया कि सरकार द्वारा वर्ष-2025 तक देश को टीबी मुक्त करवाने का लक्ष्य रखा गया है। इसी कड़ी में जिला में टीबी उन्मूलन को लेकर सरकार द्वारा टीबी के मरीज की स्क्रीनिंग को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

टीबी से ग्रस्त मरीज को 500 रुपये मासिक राशि देने का है प्रावधान

उन्होंने कहा कि वर्तमान में टीबी से ग्रस्त मरीज को निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये की राशि मासिक दिए जाने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि यह राशि टीबी संक्रमित मरीज को दी जाती है, लेकिन यदि कोई मरीज इस राशि को लेने से मना करता है तो अस्पताल मरीज से फार्म भरवाते हुए इसकी अंडरटेकिंग अवश्य ले। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वर्तमान में एक लाख की जनसंख्या पर 256 टीबी संक्रमित मरीजों की पहचान की जा रही है, जिसे इस वर्ष के अंत तक 40 मरीज प्रति एक लाख की जनसंख्या पर लाने का लक्ष्य रखा गया है।

टीबी संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जून माह में अलग-अलग स्थानों पर कैंप लगाते हुए टीबी संक्रमित मरीजों की पहचान की जा रही है। इसी कड़ी में 6 जून को जिला में 230 लोगों तथा 7 जून को 573 लोगों की स्क्रीनिंग करते हुए इन दोनो दिन 101 लोगों के सेंपल लेते हुए जांच के लिए भेजे गए।

मंकीपॉक्स बीमारी से बचाव को लेकर की गई विस्तार पूर्वक चर्चा

बैठक में मंकीपॉक्स बीमारी की तैयारियों को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में उप-सिविल सर्जन डा. जयप्रकाश ने पावर प्वाइंट प्रैजेंटेशन के माध्यम से मंकीपॉक्स बिमारी की पहचान करने से लेकर इस संबंध में किए जाने वाले डूज एंड डोन्ट्स को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बिमारी के संक्रमित व्यक्ति की ट्रेवल हिस्ट्री होनी अत्यंत आवश्यक है। देश में अभी तक मंकीपॉक्स का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन हमें इस बारे में सावधान रहने की आवश्यकता है।

यह भी पढ़े  : सिगरेट के लिए 10 रुपये न देने से व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या, 4 गिरफ्तार

यह भी पढ़े  : दिल्ली कोरोना अपडेट : पिछले 24 घंटे में आये 450 नए केस

 

Tags:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox