इस पुरी दुनिया में रोगों से लड़ने के लिए नई-नई तकनीक की खोज की जा रही है। जिससे मरीजों को जल्द से जल्द आराम मिल सके। इन सब के बीच दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से एक राहत देने वाली खबर आई है जिसमें रोबोट ने एक किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी की है। रोबोट द्वारा सर्जरी का फायदा यह हुआ कि मरीज को ब्लड लॉस 95 पर्सेंट तक कम हुआ।
सर्जरी के दूसरे दिन ही डोनर ठीक हो गया। जिस 17 साल के बच्चे को किडनी लगाई गई, वह शाम तक अपने पैरों पर भी खड़ा हो गया और दूसरे दिन चलने लगा और चौथे दिन उसकी किडनी भी पुरी तरह से काम करने लगी। डॉक्टर पवन ने बताया कि आमतौर पर किडनी निकालने के लिए 20 सेमी का चीरा लगाना होता है लेकिन रोबॉट से किडनी निकालने के लिए 4 की होल किया है और किडनी निकालने के लिए बस 2 से 3 सेमी का चीरा लगाना पड़ा।
बता दें कि किडनी रिमूव करने में रोबोट का इस्तेमाल केंद्र सरकार के किसी भी अस्पताल में पहली बार हुआ है। जिसके बाद भविष्य में अब रोबोट के द्वारा सर्जरी कराने की संभावना बढ़ गई है। सफदरजंग अस्पताल में कैंसर के इलाज के लिए रोबॉट आया था लेकिन धीरे-धीरे अन्य डिपार्टमेंट की एक्सपर्टीज बढ़ रही है। जब हमें लगा कि रोबॉट से ट्रांसप्लांट के लिए हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है तब इसका इस्तेमाल किया गया और सफलता हाथ लगी है।
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