India News Delhi (इंडिया न्यूज), Swati Maliwal Assault Case: दिल्ली की विधायिका आतिशी ने एक बड़े विवाद में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया है, जिसमें वे स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी मामले को लेकर संदेह जताते हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनकी पूरी मशीनरी गृह मंत्रालय से लेकर दिल्ली पुलिस तक कैसे काम कर रही है, उसका प्रमाण तीस हजारी कोर्ट के सामने आया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि स्वाति ने पिछले कई महीनों से BJP के संपर्क में थी।
साथ ही साथ हम आपको बता दें कि बिभव कुमार ने तीस हजारी कोर्ट में केस दायर किया और एफआईआर की कॉपी की मांग की। लेकिन दिल्ली पुलिस कोर्ट ने आज सुबह एक जवाब दिया है कि ये FIR बहुत संवेदनशील है, इसलिए कोर्ट में नहीं कर सकते जमा और आरोपी को नहीं दे सकते। विधायिका ने कहा कि जिस एफआईआर को पिछले दो दिनों से हर मीडिया पत्रकार के हाथ में पहुंचाया गया है, उसे आज भाजपा की पुलिस नहीं दे सकती। वे इसे एक साजिश मानते हैं और कहते हैं कि यह सीधे गृह मंत्रालय से आयी है।
आतिशी ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने स्वाति मालीवाल को केजरीवाल पर राजनीतिक हमला करने के लिए इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा है कि इस षडयंत्र का खुलासा हो चुका है और पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। स्वाति मालीवाल के खिलाफ भर्ती मामले में एंटी-करप्शन ब्यूरो द्वारा केस दर्ज किया गया है, जिसे उन्होंने हथियार के रूप में उपयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
आतिशी ने स्पष्ट किया कि भाजपा निरंतर केस दर्ज करके विपक्षी नेताओं पर दबाव डालती रहती है। उन्होंने कहा कि स्वाति मालीवाल पर भी ऐसा ही फार्मूला लागू किया गया है। उन्होंने यह भी उदाहरण दिया कि अगर भाजपा ऐसा नहीं करती तो कई बड़े नेता उनकी पार्टी में शामिल नहीं होते। उन्होंने वीडियो के दृश्यों के माध्यम से स्पष्ट किया कि स्वाति मालीवाल को कहीं से भी पीड़ित नहीं दिखाया जा रहा है, बल्कि वह सुरक्षाकर्मियों को धमका रही हैं और अपशब्द बोल रही हैं।
आतिशी ने कहा कि एक वीडियो में स्वाति मालीवाल सुरक्षाकर्मियों को धमका रही हैं, जो 13 मई को आई थी। उन्होंने दावा किया कि इस वीडियो में सुरक्षाकर्मी स्वाति को सीएम के घर के बाहर छोड़ रहे हैं और उनका चलन भी सामान्य था। वे बताती हैं कि 17 मई को कोर्ट में उनका बयान दर्ज कराने गई तो वे लंगड़ाती हुई दिख रही थीं, जो विरोधाभाषी है। घटना के ठीक बाद की एक और वीडियो में मालीवाल सोफे पर आराम से बैठी हुई हैं, जिससे उन्हें कोई दर्द नहीं है, बल्कि पुलिस को धमका रही हैं।
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