इंडिया न्यूज, गुरुग्राम। मुनिश्री108 विहर्ष सागर जी महाराज के साथ मुनिश्री 108 विजयेश सागर जी महाराज, मुनिश्री विनिबोधरासागर जी महाराज व ऐलक 105 विनियोगसागर जी महाराज शुक्रवार को सेक्टर-4 स्थित श्रीआदिनाथ जिनालय से पालम विहार जैन मंदिर पहुंचे और भक्तों को आशीर्वचन दिए। पालम विहार में मंदिर के प्रधान पवन जैन, विपिन जैन, राकेश जैन, आरके जैन समेत अनेक भक्तों ने महाराजश्री से आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर प्रवचन देते हुए मुनिश्री 108 विहर्ष सागर जी महाराज ने कहा कि दुनिया में सबसे मीठी मिठाई वाणी है। यह हम सब जानते हैं और मानते हैं। लेकिन आज के दौर में मीठी वाणी से भी मीठा झूठ हो गया है। यह आज के समय की सच्चाई है। पूरा संसार, परिवार, समाज झूठ से चलने लगा है। झूठ के बीच झूठ बोलने, सुनने की इतनी आदत हो चुकी है कि यदि कोई सच बोलता है तो उसी समय समस्या हो जाती है। परेशानी खड़ी हो जाती है। इससे इंकार नहीं किया जा सकता।
मुनिश्री 108 विजयेश सागर जी महाराज ने अपने प्रवचनों में कहा कि भगवान महावीर स्वामी ने हमें उदेश दिया है कि जीओ और जीने दे। खुद भी जीओ और दूसरों को भी जीने दो। मगर सच्चाई यह है कि आज के समय में ऐसा नहीं हो रहा। आज हम ईर्ष्या के दौर में जी रहे हैं। किसी पड़ोसी की तरक्की होती है तो हमें टेंशन हो जाती है। किसी ने गाड़ी, घर ले लिया तो हम टेंशन में आ जाते हैं। फिर हम इस नारे का पालन कैसे कर रहे हैं।
उन्होंने श्रद्धालुओं को कहा कि विचार कीजिए कि क्या हम महावीर स्वामी के विचारों पर चल रहे हैं। हिंसा पर बोलते हुए मुनिश्री ने कहा कि किसी को मारना ही हिंसा नहीं होती। किसी का दिल दुखाना, किसी का काम खराब देना या किसी को कोई कष्ट देना भी हिंसा है। इसलिए हमें हिंसा से बचना चाहिए। जैन समाज के प्रवक्ता अभय जैन ने बताया कि आगामी 10 जुलाई को महाराजश्री का चातुर्मास शुरू होगा। जैन भक्त उस दिन का बेसब्री का इंतजार कर रहे हैं।
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