इंडिया न्यूज, गुरुग्राम (National Workshop News)। शुक्रवार को गुरुग्राम विवि में अनुसंधान पद्धति विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला का आयोजन गुरुग्राम विवि के कॉमर्स विभाग द्वारा किया गया। कार्यशाला में विवि. के शोध छात्रों ने भाग लिया। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए भगत फूल सिंह महिला विवि खानपुर सोनीपत के प्रो. संकेत विज ने छात्रों को अनुसंधान पद्धति, संदर्भ लेखन, शोध कार्य में नैतिकता के बारे में प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी दी। प्रो. संकेत विज ने कहा कि आज गुणवत्तापरक एवं जनोपयोगी शोध की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने शोध पर्यवेक्षकों और छात्रों को धैर्य और संयम के साथ कम से कम समय में शोध कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया, इसके साथ साथ उन्होंने पीएचडी के मैन्युअल पर भी चर्चा की।
सेमिनार में उपस्थित दूसरे विशेषज्ञ कॉमर्स विभाग, रामजस कॉलेज से एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुमनजीत सिंह ने अनुसंधान पद्धति के प्रकारो, मात्रात्मक अनुसंधान, गुणात्मक अनुसंधान, वर्णनात्मक अनुसंधान, विश्लेषणात्मक अनुसंधान, अनुप्रयुक्त अनुसंधान, मौलिक अनुसंधान, खोजपूर्ण अनुसंधान, निर्णायक अनुसंधान के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला।
उन्होंने विभिन्न अनुसंधान पद्धतियों का उपयोग करने के लाभ के बारे में बताते हुए कहा कि एक शोध में शोध का विश्लेषण और सत्यापन करने के लिए विषय का आलोचनात्मक मूल्यांकन महत्वपूर्ण है। इससे शोधकर्ता को शोध को अधिक प्रभावी ढंग से तलाशने में मदद मिलती है, विभिन्न अनुसंधान पद्धति मात्रात्मक तरीके और सर्वेक्षण संख्यात्मक परिणाम प्राप्त करने में मदद करते हैं, जो सभी शोधों में मदद करते हैं।
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