India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Tortoise Smuggling: दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी तस्करी का पर्दाफाश करते हुए कुख्यात तस्कर भीम को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से सौ से अधिक कछुए बरामद किए गए हैं, यह कछुए विभिन्न प्रजातियों के हैं जिनमें ब्लैक टेरापिन, इंडियन रूपड़, और लागर शामिल हैं। तस्कर इन कछुओं को 3500 से 5000 रुपये प्रति कछुए की दर से बेचता था।
भीम उत्तर प्रदेश के गढ़मुक्तेश्वर का निवासी है और उसका नेटवर्क विभिन्न राज्यों में फैला हुआ है। पुलिस अब उसके साथियों और पूरे गिरोह के बारे में जानकारी जुटा रही है। यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली में इस तरह की बड़ी तस्करी का मामला सामने आया है। बंगाल, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों से कछुए लाकर दिल्ली में बेचे जाते हैं, जिससे राजधानी कछुआ तस्करों का अड्डा बनती जा रही है।
पीपुल फॉर एनिमल्स (पीएफए) संगठन ने इस तस्करी के बारे में दिल्ली पुलिस को सूचना दी थी। संगठन के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर गौरव गुप्ता ने पुलिस को बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि भीम और उसका साथी रवि भटनागर उर्फ तमंचा एनसीआर में कछुओं की तस्करी कर रहे हैं। गौरव ने नकली ग्राहक बनकर भीम से संपर्क किया और कछुओं की डिलीवरी के लिए गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के पास बुलाया।
जब भीम कछुओं की डिलीवरी करने वहां पहुंचा, तो पुलिस ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस ने तीन बोरियों में रखे कछुए बरामद किए। पूछताछ में भीम ने कबूल किया कि वह और उसका साथी रवि देश के विभिन्न राज्यों से कछुए लाते हैं और उन्हें एनसीआर में ऊंचे दामों पर बेचते हैं।
पुलिस अब रवि भटनागर की तलाश कर रही है और भीम के आपराधिक रिकार्ड की जांच भी की जा रही है। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच जारी है। पीएफए का दावा है कि इससे पहले दिल्ली में इतनी बड़ी संख्या में कछुए बरामद नहीं किए गए थे, जो इस मामले की गंभीरता को दर्शाता है।