Twin Tower News: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 28 अगस्त को सुपरटेक ट्विन टावर को सुरक्षित तरीके से गिरा दिया गया था। दरअसल ट्विन टावर को गिराने के लिए एडिफिस इंजीनियरिंग ने सात महीने तक तैयारी की और फिर कुछ ही सेकंड में 32 मंजिला ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया। ट्विन टावर के गिरने के बाद उससे हजारों टन मलबा निकला, ध्वस्तीकरण के बाद निकले सी एण्ड डी वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान, पोस्ट डिमॉलिशन स्ट्रक्चरल ऑडिट, ध्वस्तीकरण के पहले और बाद में लगाए गए क्रेक गेजेज की रीडिंग, ध्वनि प्रदूषण और 9 मीटर पैसेज के निर्माण के संबंध में प्राधिकरण चर्चा कर रहा है।
आपको बता दे कि इसी कड़ी में प्राधिकरण ने एक बार फिर बैठक की जिसमें प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ सीबीआरआई, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, ट्विन टावर गिराने वाले कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग, सुपरटेक, इम्राल्ड कोर्ट ऑनर्स रेजीडेन्ट वैलफेयर एसोसिएशन और एटीएस विलेज अपार्टमेन्ट ऑनर्स एसोसिएशन के लोग शामिल हुए।
दरअसल जब ट्विन टावर का मलबा एटीएस विलेज की दीवार की ओर गिर गया था जिसको अब हटा लिया गया है। यह जानकारी एडिफस इंजीनियरिंग कि ओर दी गई है। एटीएस विलेज और इम्राल्ड कोर्ट के अपार्टमेन्ट्स के टूटे हुए शीशों को रिप्लेस कर दिया गया है। मलबे को तोड़ने के लिए टूल्स एण्ड प्लान्ट्स का प्रबन्ध कर लिया गया है।
एडिफिस इंजीनियरिंग ने बताया कि मलबे को तोड़ने से उठने वाली धूल से आस-पास के क्षेत्र को प्रदूषण से बचाने के लिए स्मॉग गन का इंतजाम कर लिया गया है। जिस क्षेत्र में मलबा गिरा है, उस क्षेत्र के चारों तरफ बेरीकेडिंग करने के लिए स्कॉफ होल्डिंग लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। आपको बता दें कि एडिफिस इंजीनियरिंग के मुताबिक वो 30 सितंबर तक पोस्ट डिमॉलिशन स्ट्रक्चरल ऑडिट कि भी रिपोर्ट जारी कर देगी।
ये भी पढ़े: आरोपियों के निशाने पर जामा मस्जिद, बम से उड़ाने की धमकी देने वाला आरोपी गिरफ्तार