Twin Tower: उत्तर प्रदेश के नोएडा में ट्विन टावर ढहाए जाने से पहले अदालत ने एक आदेश जारी किया। जिसमें कम से कम 40 लावारिस कुत्तों को अस्थायी रूप से स्थानांतरित कर दिया गया। एक गैर-सरकारी संगठन ने अधिकारियों से क्षेत्र में पक्षियों को बचाने के लिए, ट्विन टावरों को तोड़े जाने से ठीक पहले एक ‘डमी’ विस्फोट या झूठमूठ की गोलीबारी करने का अनुरोध किया है। ‘हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स’, ‘फ्रेंडिकोज’, ‘सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स’ और ‘हैप्पी टेल्स फाउंडेशन’ सहित कई गैर सरकारी संगठनों ने आवारा कुत्तों को अस्थायी रूप से स्थानांतरित करने के लिए काम किया है।
आपको बता दे कि इस काम में 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम और एनडीआरएफ टीम तैनात है। ट्रैफिक डायवर्जन प्वाइंट एक्टिव है। ब्लास्ट से ठीक पहले दोपहर करीब 2.15 बजे एक्सप्रेस-वे को बंद कर दिया गया था। ब्लास्ट के आधे घंटे बाद ही धूल जमने के बाद इसे खोल गया था। इंस्टेंट कमांड सेंटर में 7 सीसीटीवी कैमरे हैं।
सुपरटेक ट्विन टावर के पास स्थित दो सोसायटी के लगभग सभी निवासियों को विस्फोट के मद्देनजर वहां से निकाल लिया गया है। महापात्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”हम इन सभी आवारा पशुओं को विध्वंस के प्रभाव से बचाने के लिए 8 अगस्त से योजना बना रहे हैं और काम कर रहे हैं। हमने संबंधित अधिकारियों से पहले दो या तीन बार झूठमूठ की गोलीबारी या ‘डमी’ विस्फोट करने का भी अनुरोध किया ताकि विस्फोटों के कारण पक्षी प्रभावित न हों।” महापात्रा ने कहा कि लगभग 40 आवारा कुत्तों को आश्रय स्थलों में स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानांतरित किए गए आवारा पशुओं को शाम तक क्षेत्र में वापस छोड़ दिया जाएगा।
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