Twin Towers News: नोएडा स्थित ट्विन टावर को 28 अगस्त को कंट्रोल्ड ब्लास्टिंग की मदद से दोपहर 2:30 बजे महज 12 सेकंड में जमींदोज हो गया था। इसके बाद आसमान में चारों तरफ धूल का गुबार फैल गया था। पिछले दिनों हर कोई ट्विन टावर को गिरते हुए देखना चाहता था। और अब इसके मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है। इस बीच ट्विन टावर के मलबे का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें टावर का मलबा दिखाई दे रहा है।
#WATCH | Debris lies at the demolition site of #SupertechTwinTowers in Noida pic.twitter.com/rxdvgMlurE
— ANI (@ANI) September 2, 2022
आपको बता दे कि ट्विन टावर को गिराने से पहले आस-पास की सभी बिल्डिंगो को खाली करा दिया गया था। इतना ही नहीं प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए थे। जिससे किसी हादसे का कोई शिकार न हो, प्रशासन पूरी तरह से सतर्क था। हालांकि किसी भी हादसे के बिना ट्विन टावर गिरा दिया गया।
ट्विन टावर के 30 हजार टन कमलबे का रिसाइकिल ‘रि-सस्टेनेबिलिटी’ कंपनी करेगी। आपको बता दे कि इस मलबे को निर्माण सामग्री में बदला जाएगा। दरअसल कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि वह नोएडा में ढहाए गए ट्विन टावर को मलबे का पुनर्चक्रण करेगी। ‘रि-सस्टेनेबिलिटी’ को मलबे का पुनर्चक्रण करने के लिए तीन माह का ठेका मिला है।
टि्वन टावर को जमींदोज कराने की लड़ाई उच्चतम न्यायालय तक लड़ने वाली सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसायटी की आरडब्ल्यूए ने नया एलान किया है। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया ने कहा है कि आरडब्ल्यूए और सोसायटी के निवासी खाली हुई जमीन पर किसी भी निर्माण के लिए बिल्डर को सहमति नहीं देंगे। उन्होंने बताया कि टि्वन टावर की जमीन पर एक छोटा ग्रीन पार्क, बच्चों के खेलने का मैदान और एक मंदिर बनाने की योजना है। इसके लिए जल्द ही बैठक कर पूरी सोसायटी के निवासियों की सहमति ली जाएगी।
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