India News(इंडिया न्यूज़) UNESCO World Heritage Sites: भारत में बहुत से इतने खूबसूरत रेलवे लाइन्य हैं जो कि यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में आते हैं। ये रेलवे लाइन्स खूबसूरत पहाड़ों के बीच से गुजरते हैं जिसका दृष्य आप कभी भी नहीं भूल पाएंगे। भारत में घुमने को इतना कुछ है कि आप जितना भी घूम लें तो भी बहुत कम है।
भारत का रेलवे स्टेशन विश्व धरोहर स्थल हैं
नीलगिरि माउंटेन रेलवे पर चलने वाली टॉय ट्रेन ऊटी के हिल स्टेशन की यात्रा का मुख्य आकर्षण है। यह भारत का एकमात्र मीटर गेज रैक रेलवे है। ये रेलवे लाइन चट्टानी इलाके और घने जंगलों वाली पहाड़ियों के बीच बना हुआ है। इसे अंग्रेजों ने चेन्नई जाने के लिए बनाया था। 46 किलोमीटर ट्रैक मेटुपलायम से कुन्नूर होते हुए ऊर्टी तक चलता है और 32 पुलों और 16 सुरंगों से होकर गुजरता है।
दार्जिलिंग टॉय ट्रेन, जिसे आधिकारिक तौर पर दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के नाम से जाना जाता है, भारत की ऐतिहासिक माउंटेन रेलवे में सबसे पुरानी है। यह यात्रियों को पूर्वी हिमालय करे निचली पहाड़ियों से होते हुए दार्जिलिंग की ऊंची पहाड़ियों और हरे-भरे चाय के बागानों तक ले जाती है। ये रेलवे लाइन पश्चिम बंगाल राज्य के न्यू जलपाईगुड़ी से सिलीगुड़ी, कर्सियांग और घूम होते हुए दार्जिलिंग तक 80 किलोमीटर तक चलता है।
कालका-शिमला टॉय ट्रेन भारत में सबसे खूबसूरत ट्रेन यात्राओं में से एक है। यह 20 रेलवे स्टेशनों, 103 सुरंगों, 800 पुलों और अविश्वसनीय 900 मोड़ों से गुजरते हुए 96 किलोमीटर तक का सफर तय करती है। बता दे कि चंडीगढ़ के पास कालका से पूरी यात्रा में लगभग 5 घंटे लगते हैं। इस सफर के दौरान आपको बहुत से सुंदर दृश्य देखने को मिलता हैं और लंबी सुरंग, खड़ी पहाड़ियां और इनके रास्ते, इस पूरे सफर को आकर्षक दर्शनीय बना देता है। ये रेलवे लाइन 1903 में बनकर तैयार हुई थी और यह भारत में सबसे खूबसूरत ट्रेन यात्राओं में से एक है।
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