सीएम ने कहा कि मैं इस ऑपरेशन में शामिल लोगों की कड़ी मेहनत और प्रयास को सलाम करता हूं, जिन्होंने इसे सफल बनाने के लिए दिन-रात काम किया। सभी देशवासियों की ओर से प्रार्थनाएं आईं। मैं उन सभी कार्यकर्ताओं के साहस और बहादुरी को भी सलाम करता हूं जो विपरीत विचारधारा के हैं, एक-दूसरे के साथ हैं और मानकों से बंधे हैं। यह भारत के लोगों की एकता की जीत है।
मंगलवार (28 नवंबर) शाम 7.45 बजे मजदूर बाहर आये। इसी तरह उत्तराखंड के सिल्कयारा टनल में भी पिछले 17 दिनों से फसे मजदूरों को निकालने का सिलसिला खत्म हो गया। सभी 41 कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकल आये। अधिकारियों ने बताया कि जिस 800 एमएम पाइप के जरियेएक-एक कर बाहर निकाला गया। मजदूरों के निकालने के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्रालय के जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भी मौजूद थे।
बाहर निकले मुख्यमंत्री ने उन्हें गले लगाया और संबोधित किया। इससे पहले ऑपरेशन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि शाम को सातवें किनारे पर सुरंग के ऊपरी हिस्से में फेल स्केल से पांच मिनट तक खुदाई की गई और पाइप को उसमें से गुजारा गया। 12 नवंबर की रात मालबा की खुदाई के दौरान 41 मजदूर अंदर ही फस गये थे।
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