India News(इंडिया न्यूज़), Vijender Singh: कुश्ती संघ के चुनाव में बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी की जीत के बाद कुश्ती संघ और पहलवानों के बीच चल रही खींचतान एक बार फिर सामने आ गई है। कुश्ती महासंघ के चुनाव के नतीजे आने के बाद बृजभूषण शरण सिंह का विरोध कर रहे साक्षी मलिक और अन्य पहलवानों ने इस नतीजे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। अब इस मामले में देश को बॉक्सिंग में ओलंपिक गोल्ड मेडल दिलाने वाले बॉक्सर विजेंदर सिंह ने प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने साक्षी मलिक समेत अन्य पहलवानों के प्रति अपना समर्थन जताया है। विजेंद्र सिंह ने कहा कि एक खिलाड़ी होने के नाते मैं उनका दर्द समझ सकता हूं। कुश्ती में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला ने न्याय की मांग की लेकिन न्याय नहीं मिला। इससे आहत होकर उन्होंने संन्यास ले लिया। अब इससे पूरी दुनिया में भारत की छवि बढ़ेगी या घटेगी? विजेंदर ने आगे कहा कि इससे पूरी खेल इंडस्ट्री निराश है। उनका (पहलवानों का) आरोप है कि हरियाणा में लड़के-लड़कियों में भेदभाव है और लड़कियां कम हैं। इसके बाद क्या माता-पिता अपनी बेटियों को स्टेडियम भेजेंगे?
आपको बता दें कि कुश्ती महासंघ के चुनाव नतीजे आने के बाद महिला पहलवानों ने अपने अन्य साथियों के साथ महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस बीच साक्षी मलिक ने गुरुवार (21 दिसंबर) को कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी है। साक्षी मलिक समेत कई महिला पहलवानों ने पूर्व WFI चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। महिला पहलवानों के समर्थन में पुरुष पहलवानों ने भी विरोध प्रदर्शन किया। साक्षी मलिक के अलावा विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने भी संजय सिंह के फेडरेशन चुनाव जीतने पर निराशा जताई है।
साक्षी मलिक ने रोते हुए कहा था कि जो व्यक्ति आज फेडरेशन का अध्यक्ष बना है, हमें पता था कि वह वैसा ही बनेगा। बृजभूषण को वह बेटे से भी ज्यादा प्यारे हैं। अब तक जो पर्दे के पीछे होता था, वह अब खुलेआम होगा। हम अपनी लड़ाई में शामिल होंगे। हम सफल नहीं हो सके। हमने सबको अपनी बात बतायी। पूरे देश को यह पता होने के बावजूद कि वह सही व्यक्ति नहीं हैं, वह WFI के प्रमुख नहीं बने। मैं अपनी आने वाली पीढ़ियों से कहना चाहता हूं कि शोषण के लिए तैयार रहें।
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