गुरुग्राम। Villagers angry for stopping 70 years old Road जिले के गांव कादरपुर के पास बने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के गेट नंबर-1 के सामने से पुलिस द्वारा रास्ता बंद किए जाने के कारण वहां बनी कई ढाणियों के करीब 400 परिवारों की कनेक्टिविटी गांव से खत्म हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यह 70 साल पुराना रास्ता है। इसके बंद किए जाने से ग्रामीणों को गांव कादरपुर में जाने के लिए करीब 10 किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है।
कादरपुर के पूर्व सरपंच रामपाल, सरपंच संजीत दायमा, उल्लावास गांव के सरपंच सुरेंद्र अम्बावता, समाजसेवी जीत सिंह दायमा समेत अनेक आदि ग्रामीण रास्ता बंद किए जाने को लेकर सोहना के विधायक संजय सिंह से मिले। उन्हें बताया गया कि कादरपुर गांव से ढाणियों में जाने के लिए यह 70 साल पुराना रास्ता है। सुरक्षा कारण बताकर इस रास्ते को पुलिस द्वारा बंद कर दिया गया है। यह रास्ता आगे रिठौज गांव से होते हुए सोहना रोड पर निकलता था। सभी ग्रामीण इसी रास्ते का उपयोग करते थे। रास्ते को बंद किए जाने के बाद अब ग्रामीणों व ढाणी वासियों की कनेक्टिविटी पूरी तरह से खत्म हो गई है।
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ढाणियों से किसी को गांव में आना होता है तो वे दूसरी तरफ के रास्ते से रिठौज, बादशाहपुर होते हुए कादरपुर गांव में पहुंचने को मजबूत हैं। यह रास्ता करीब 10 किलोमीटर अधिक पड़ जाता है। स्कूली बच्चों को और अधिक परेशानी हो रही है। बच्चे मजबूरी में दीवार को फांदकर कादरपुर स्कूल में पहुंच रहे हैं। यहां कभी बड़ी घटना भी हो सकती है। विधायक संजय सिंह ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वे इसका विकल्प तलाशने के लिए अधिकारियों से बात करेंगे। ग्रामीणों को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। इस विषय पर कादरपुर में गुरुवार 28 अप्रैल को पंचायत भी बुलाई गई है। पंचायत में पुलिस की इस कार्यवाही का विरोध करने के साथ रास्ता खुलवाने को आगे की रणनीति तय की जाएगी।
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