India News (इंडिया न्यूज), Political news, Delhi News: लोकसभा 2024 चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में सियासत तेज हो गई है। पार्टियाँ एक-दूसरे पर आरोप – प्रयात्यारोप सिर चढ़ कर कर रही हों। इसी बीच दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी आप सरकार पर तंज कसते देर नहीं लगा रहे हैं। वीरेंद्र सचदेवा ने केन्द्र सरकार और आप सरकार के कामों पर तुलना करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हैं कि वे दिल्ली में 2014 से केंद्र सरकार द्वारा पूरी की गई विकास परियोजनाओं की तुलना में 2015 से दिल्ली में उनकी सरकार द्वारा किए गए विकास परियोजनाओं पर चर्चा के लिए दिल्ली विधानसभा का सत्र बुलाएं। साथ ही कहा “2020 के चुनावों के बाद से, दिल्ली के लोगों ने अब अरविंद केजरीवाल की सांप्रदायिकता, निष्क्रियता, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का असली चेहरा देखा है और 2025 में उन्हें सत्ता से बाहर कर देंगे”।
आपको बता दें, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने तंज कसते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजनीतिक लाभ के लिए पीड़ित कार्ड खेलने की कला में माहिर हैं। दिल्ली के लोगों ने बार-बार देखा है कि जब भी उनके शासन में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का मुद्दा चर्चा का विषय बनता है तो वह जनता का ध्यान भटकाने के लिए अपनी सरकार की शक्ति और अधिकारों का मुद्दा उठाने की कोशिश करते हैं।
दिल्ली विधान सभा के दो दिवसीय सत्र का समापन आज, 18 अगस्त को हुआ । जिसमें दूसरे दिन सत्र के समापन में अंतिम सम्बोधन के रूप में दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल ने सदन में अपनी बात रखी। सम्बोधन के प्रारम्भ में ही केन्द्र सरकार पर कई तंज कसे। हाल ही में राज्यसभा और लोकसभा के मानसून सत्र के दौरान ‘दिल्ली सर्विस बिल’ पारित हो गया। इस बिल को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा ऐसे ऑर्डिनेंस और बिल दिल्ली के लोगों के जनतांत्रिक अधिकारों को कुचल दिया। उसके जबाब में वीरेंद्र सचदेवा ने तंज कसते हुए कहा है कि आज फिर से दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल को मुफ्त पानी और बिजली के मुद्दे उठाते हुए और दिल्ली विधानसभा में पीड़ित कार्ड खेलते हुए देखा है लेकिन लोगों को सच्चाई पता है कि केजरीवाल असंतुष्ट हैं क्योंकि उन्होंने ट्रांसफर पोस्टिंग की अपनी शक्तियाँ खो दी हैं, जिसका दुरुपयोग वह चुनावी निधी एकत्र करने के लिए कर रहे थे।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि 2020 के चुनावों के बाद से, दिल्ली के लोगों ने अब अरविंद केजरीवाल की सांप्रदायिकता, निष्क्रियता, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का असली चेहरा देखा है और 2025 में उन्हें सत्ता से बाहर कर देंगे। 2020 के चुनाव के तुरंत बाद, लोगों ने केजरीवाल सरकार का सांप्रदायिक चेहरा देखा जब उन्होंने दिल्ली दंगों के दौरान एक विशेष धर्म का पक्ष लिया, कोविड चरण के दौरान केजरीवाल सरकार की विफलता ने उनकी निष्क्रियता को उजागर किया, शराब घोटाले से लेकर शीशमहल तक हर जगह केजरीवाल सरकार में भ्रष्टाचार है जबकि फेलोशिप घोटाला केजरीवाल सरकार में भाई-भतीजावाद का प्रमाण है। साथ ही कहा कि जिस तरह 2020-21 के कोविड़ काल में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वालों को असहाय छोड़ दिया था, ठीक उसी तरह जुलाई 2023 में आई बाढ़ के समय भी मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली को फिर असहाय छोड़ दिया था। दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल की इस निष्क्रियता को कभी माफ नही करेगी।
अंत में सचदेवा ने कहा है कि भाजपा अरविंद केजरीवाल को चुनौती देती है कि वह 2014 के बाद से दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा पूरी की गई विकास परियोजनाओं की तुलना में 2015 से दिल्ली में उनकी सरकार द्वारा किए गए विकास परियोजनाओं पर चर्चा के लिए दिल्ली विधानसभा का सत्र बुलाएं।
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