India News(इंडियास न्यूज़)Winter Action Plan: दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में काफी गिरावट देखने को मिल रही है। जानकारी के मुताबिक आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ कृत्रिम बारिश करवा सकते हैं। इसे लेकर मंगलवार को सचिवालय में योजना बनाई गई। इस योजना में यह दिखाया गया है कि जरूरत होने पर विशेष तरह के रसायनों को हवा में भेजकर बारिश करवाया जा सकता है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इससे सहमति जताई है। अब आगे इसको दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से सामने पेश किया जाएगा। गोपाल राय ने बताया कि प्रदूषण को कम करने और वायु गुणवत्ता में सुधार को लेकर 13 हॉटस्पॉट के लिए अलग-अलग कार्य योजना बनाई जाएगी।
राजधानी दिल्ली में सर्दी के मौसम में होने वाले वायु प्रदूषण की रोकने के लिए दिल्ली सरकार क्लाउड सीडिंग तकनीक की मदद लेने पर योजना बना रही है। इस तकनीक पर अभी कानपुर आईआईटी काम कर रहा है। इससे वहां के प्रदूषण में कमी आ जाएगी। इससे लोग दमघोंटू हवा से बचेंगे और स्वच्छ हवा में सांस ले सकेंगे। बता दे कि इसमें जहां वायु प्रदूषण बहुत होगा वहां कृत्रिम बारिश किया जाएगा। इस पर केजरीवाल ने राजस्व मंत्री आतिशी को सर्किल रेट तर्क संगत बनाने पर काम करने का निर्देश दिया है।
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मौसम अनुकूल रहने और सड़कों पर कम वाहन चलने की वजह से यहां प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को सितंबर महीने में सबसे निचले स्तर पर रहा। दिल्ली और गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर एनसीआर में शुक्रवार को सबसे कम दर्ज किया गया। वहीं, गुरुग्राम का प्रदूषण स्तर सबसे ज्यादा मध्यम स्तर पर दर्ज किया गया। हर साल सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए समर और विंटर एक्शन प्लान लांच करती है। दिल्ली में नौ सालों में पीएम 10 में 42 प्रतिशत और पीएम 2.5 में 46 प्रतिशत की कमी आई है।
गोपाल राय ने कहा कि बृहस्पतिवार को सभी संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर संयुक्त कार्ययोजना तैयार की जाएगी। बैठक में अलग-अलग विभागों को विंटर एक्शन प्लान के तहत निर्धारित किए गए फोकस बिंदुओं के आधार पर विशिष्ट कार्य सौंपे जाएंगे।
प्रदूषण के मुद्दे पर भाजपा ने दिल्ली सरकार को घेरा है। पार्टी का कहना है पटाखों पर बैन लगाने से प्रदूषण कम नहीं होता है। भाजपा ने आईआईटी दिल्ली की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पटाखों से सिर्फ दो फीसदी प्रदूषण होता है। लिहाजा सरकार को 98 फीसदी प्रदूषण से निपटने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।