India News (इंडिया न्यूज़) : संसद के विशेष सत्र में केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण बिल को ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ विधेयक के रूप में बीते मंगलवार (19 सितंबर) को लोकसभा में पेश किया। नए संसद में बिल के पेश होने के बाद से ही राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। बता दें, विपक्ष के कई नेताओं ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया। इसी बीच आम आदमी पार्टी के राज्यसभा संजय सिंह ने इसे सरकार का नया ‘जुमला’ करार दिया है।
बता दें, संजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार को अगर महिलाओं की वाकई चिंता है तो इसे 2024 में लागू कर देना चाहिए। आप नेता ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ‘ये महिला आरक्षण बिल नहीं, महिला बेवकूफ बनाओ बिल है। उन्होने यह भी कहा कि मोदी सरकार का महिला आरक्षण बिल जुमला मात्र है। ये बिल 2029 के बाद भी लागू नहीं होगा। अगर मोदी जी की नियत साफ़ है तो 2024 में इसे लागू करो वरना देश की महिलाओं को धोखा देना बंद करो”।
बता दें, इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि महिला आरक्षण विधेयक साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले महिलाओं को बेवकूफ बनाने वाला विधेयक है। केजरीवाल कैबिनेट में मंत्री आतिशी ने आज कहा सरकार जो बिल लाई है इससे महिलाओं को 2028 से पहले आरक्षण नहीं मिल पाएगा। 2024 लोकसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए मोदी सरकार महिलाओं को बे-वकूफ बनाने का प्रयास कर रही है।
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