India News(इंडिया न्यूज़), World Book Fair: 18 फरवरी तक चलने वाला विश्व पुस्तक मेला शनिवार से प्रगति मैदान में शुरू हो गया है। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मेले का उद्घाटन किया। इस दौरान सऊदी अरब के राजदूत सालेह बिन ईद अल हुसैनी भी मौजूद रहे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां भाषाओं की विविधता है। पाठकों के लिए कई भाषाओं में किताबें मौजूद हैं। उन्होंने एक ई-लाइब्रेरी भी लॉन्च की।
प्रगति मैदान के हॉल नंबर 1 से 5 तक 2 हजार से ज्यादा बुक स्टॉल हैं। मेले के पहले दिन सबसे ज्यादा भीड़ हॉल नंबर 3 में देखने को मिली। इस हॉल में अलग-अलग प्रकाशकों ने बच्चों के लिए स्टॉल लगाए हैं। यहां अभिभावकों और बच्चों की सबसे ज्यादा भीड़ देखी गयी। यहां बच्चों का खेल क्षेत्र भी बनाया गया है, ताकि बच्चे वहां ऑडियो पुस्तकों का आनंद ले सकें। यहां बच्चे पेंटिंग भी कर सकते हैं। हिंदी, अंग्रेजी या अन्य भाषाओं में विभिन्न लेखकों की कहानियाँ, कविताएँ या किस्से सुनने की सुविधा भी प्रदान की गई है। हॉल में बच्चों के लिए सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी विशेष आकर्षण का केंद्र हैं। अगर आपका बच्चा खुद कोई कहानी या कविता सुनाना चाहता है तो वह बाल मंडप के मंच पर अपनी बात रख सकता है।
हॉल नंबर 1 में विज्ञान और दर्शनशास्त्र से जुड़ी किताबें अलग-अलग स्टॉल पर उपलब्ध हैं। हॉल नंबर 2 में साहित्यिक विषयों की किताबें उपलब्ध हैं। यहां एक लेखक मंच भी बनाया गया है। हॉल नंबर-3 बच्चों के लिए है। हॉल नंबर 4 में अंतरराष्ट्रीय गतिविधियां हो रही हैं। हॉल नंबर-5 थीम पवेलियन है। इस हॉल में ही ज्यादातर अंग्रेजी लेखकों की किताबें हैं। इस बार विश्व पुस्तक मेले में 1000 से ज्यादा प्रकाशकों ने हिस्सा लिया है। 40 से अधिक देशों के प्रकाशक और प्रतिनिधि यहां हैं।
पुस्तक मेले में बच्चों का प्रवेश निःशुल्क है, लेकिन उन्हें स्कूल यूनिफॉर्म में आना होगा। यदि बच्चा स्कूल यूनिफॉर्म में नहीं है तो टिकट 10 रुपये का है और वयस्कों के लिए टिकट 20 रुपये का है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी प्रवेश निःशुल्क है।
सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक – प्रवेश गेट नंबर 4, 6 और 10 से है – प्रगति मैदान में टिकटों की बिक्री नहीं – सभी प्रवेश द्वारों पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करके टिकट खरीदे जा सकते हैं।