World Dairy Conference:
नई दिल्ली: सोमवार यानि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडियन एक्सपो मार्ट में विश्व डेयरी शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करने वाले हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण कार्य का भी मुख्यमंत्री योगी ने निरीक्षण किया।
भारत दूसरी बार विश्व डेयरी शिखर सम्मेलन को होस्ट कर रहा है। देश ने 1974 में भी विश्व डेयरी कांग्रेस की मेजबानी की थी, उस समय डेयरी में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य तय किया गया था। इसमें देश ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की। इस सम्मेलन में पोषण और आजीविका के लिए डेयरी विषय पर चर्चा कि जाएगी। इसमें 50 देशों के लगभग 1433 प्रतिनिधि शामिल होंगे।
इसके अलावा, 800 से ज्यादा डेरी किसान हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी भारतीय श्वेत क्रांति के इतिहास और मौजूदा स्थिति पर बनी लघु फिल्म भी देखते नजर आएंगे। इसमें गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री और वीआईपी भी शामिल रहेंगे।
ये सम्मेलन 15 सितंबर तक आयोजित किया गया, जिसते लिए रविवार को दिनभर तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। साथ ही, सीएम योगी ने निरीक्षण कर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने प्रधानमंत्री और 50 देशों से आने वाले विशेषज्ञों की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को भी देखा।
इस कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई दुग्ध उत्पादन में अपने-अपने प्रदेश की सहभागिता और इस दिशा में नए नवाचार पर जानकारी देने वाले हैं। इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह भी सम्मेलन को आज संबोधित करेंगे।
बता दें कि इस सम्मेलन के लिए 11 हॉल तैयार किए गए हैं। इनमें से तीन में प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी में डेयरी उद्योग में उपयोग होने वाली तकनीक को पेश किया जाएगा। सभी हाॅल का नाम भारतीय गाय और भैंस की प्रजातियों के नाम पर रखा गया है। पीएम मोदी जिस हाॅल में सम्मेलन को संबोधित करने वाले हैं, उसका नाम गुजरात की प्रसिद्ध गिर गाय के नाम पर रखा गया है।
ये सम्मेलन 12 से 15 सितंबर तक चलेगा जिसमें कि पोषण एवं आजीविका के लिए डेयरी उद्योग पर 24 सत्र होंगे। इसमें 91 विदेशी और 65 भारतीय विशेषज्ञ विश्वभर में नवाचार और डेयरी उद्योग को विकसित करने पर विचार रखे जाएंगे। इसके साथ ही तीन तकनीकी सत्र भी होंगे।
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