इंडिया न्यूज, Wrestlers protest: दिल्ली पुलिस भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों की यौन उत्पीड़न की याचिका पर प्राथमिकी दर्ज करने पर सहमत हो गई है। इसकी जानकारी शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दी।
दिल्ली पुलिस की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा की पीठ को बताया कि प्राथमिकी आज दर्ज की जाएगी।
दरअसल, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट समेत देश के शीर्ष पहलवान इस मामले को लेकर रविवार से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं। वे मांग कर रहे हैं कि सरकार डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाले निरीक्षण पैनल के निष्कर्षों को सार्वजनिक करे।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद और डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर कथित तौर पर महिला एथलीटों के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। इस आरोपों के सफाई में उन्होंने गुरुवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि “ऐसा जीवन जीने के बजाय, वह चाहते हैं कि मृत्यु उन्हें गले लगा ले”।
शुक्रवार को ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने ट्वीट के माध्यम से प्रदर्शन पर बैठे पहलवानों का समर्थन किया और न्याय सुनिश्चित करने के लिए “त्वरित कार्रवाई” की मांग की। चोपड़ा के अलावा, मुक्केबाज़ निखत ज़रीन, टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा, हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल, प्रसिद्ध पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, इरफ़ान पठान, मदन लाल और नवजोत सिंह सिद्धू भी पहलवानों के समर्थन में सामने आए।
कई राजनेता भी पहलवानों के समर्थन में आए और उनके न्याय के लिए सरकार को उचित कदम उठाने की मांग की। इसमें शशि थरूर, महुआ मोइत्रा, प्रियंका चतुर्वेदी, ममता बनर्जी, बृंदा करात, अरविंद केजरीवाल सहित अन्य शामिल थे।
गुरुवार को, भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर विरोध करने वाले पहलवान ‘एक राष्ट्र के रूप में भारत की छवि को खराब कर रहे हैं’।
पीटी उषा के बयान को विपक्ष के साथ-साथ विनेश फोगट और बजरंग पुनिया सहित विरोध करने वाले पहलवानों से भी काफी प्रतिक्रिया मिली।