India News(इंडिया न्यूज़), Yamuna Expressway: उत्तर प्रदेश सरकार आगरा के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर एक नए शहर की योजना बना रही है। न्यू आगरा अर्बन सेंटर के नाम से मशहूर यह शहर 10,500 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। यह नोएडा के आकार का आधा है। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (YXPA) ने मास्टर प्लान तैयार करने के लिए सलाहकारों को आमंत्रित किया है। ये सलाहकार विकास के रोडमैप, इसे दूसरे शहरों से जोड़ने वाले परिवहन के साधनों और पर्यावरणीय प्रभाव के संबंध में सुझाव देंगे। किसी भी बड़े प्रोजेक्ट को मंजूरी दिलाने के लिए ये सब जरूरी है।
इस साल के अंत तक नोएडा एयरपोर्ट पर यात्री परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों हवाई अड्डों पर अधिक से अधिक पर्यटकों को लाने की तैयारी की जा रही है। चूंकि जेवर एयरपोर्ट आगरा के करीब होगा जहां ताज महल सबसे बड़ा आकर्षण है। अधिक पर्यटन सुविधाओं के लिए भी स्थान की आवश्यकता होगी। इसलिए यूपी सरकार आगरा के पास एक नया शहर बसाना चाहती है।
यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण द्वारा सलाहकारों के साथ साझा किए गए दस्तावेज़ के अनुसार, परियोजना निवेश के माहौल को बढ़ाएगी और क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी। इस संबंध में प्राधिकरण आगरा क्षेत्र के लिए मास्टर प्लान 2031 तैयार करने के लिए एक एजेंसी का चयन करने का इच्छुक है। 165 किमी लंबे एक्सप्रेसवे के साथ जमीन न केवल नोएडा बल्कि बुलंदशहर, मथुरा, अलीगढ़ और आगरा में भी वाईएक्सपीए के अधिकार क्षेत्र में आती है। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें आगरा के लिए एक अलग 10-वर्षीय मास्टर प्लान तैयार करने की आवश्यकता होगी।
गौरतलब है कि यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी का छह जिलों- गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और आगरा के कुल 1,149 गांवों पर नियंत्रण है। सबसे अधिक 415 गाँव मथुरा में हैं, हाथरस में 358, गौतमबुद्ध नगर में 131, बुलन्दशहर में 95, अलीगढ में 92 और आगरा में 58 गाँव हैं। जेवर में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इस अक्टूबर में चालू होने वाला है। निर्माण कार्य तय कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है। रनवे और हवाई यातायात नियंत्रण टावर इस महीने पूरा होने की संभावना है।