Chandra Grahan 2022: इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन लगने वाला है। यह अंतिम चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 के दिन लगेगा। कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने वाला ये ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। ये चंद्र ग्रहण 8 नवंबर के दिन शाम को 5:32 बजे शुरू होगा और 6:18 पर समाप्त हो जाएगा। वहीं, इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल सुबह 9:21 बजे से शुरू होगा और 6:18 बजे समाप्त हो जाएगा। साल के इस आखिरी चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा।
इन लोगों की मानसिक चिंता में वृद्धि होगी। इस दौरान आप दैनिक रोजगार को लेकर टेंशन ले सकते हैं। दांपत्य और प्रेम संबंधों में टकराव की स्थिति पैदा होने के आसार हैं। इस दौरान आपके माता-पिता को कष्ट हो सकता है।
घर व वाहन सुख को लेकर थोड़ा तनाव रह सकता है। इस दौरान आपको सुख में कमी आएगी और नींद की बीमारी बढ़ेगी। आंतरिक शत्रुओं बढ़ेंगे लेकिन अंत में जीत हासिल होगी।
इन लोगों का मन अशांत रहेगा। स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इस दौरान अकारण तनाव बढ़ सकता है। माता या पिता को लेकर चिंता की स्थिति उत्पन्व होगी।
मनोबल और स्वास्थ्य में अवरोध की स्थिति है। पेट और पैर की समस्याएं बढ़ेंगीय़ इस दौरान विवाद में न पड़ें और अपनी वाणी पर कंट्रोल करें
वाणी की तीव्रता में वृद्धि होगी। ऐसे में किसी से भी सोच-समझ कर बात करें। आय के साधनों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इस दौरान माता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। इसके अलावा सुख में अड़चन आ सकती है।
मानसिक स्वास्थ्य में अवरोध की स्थिति बनेगी। माता को किसी कष्ट से गुजरना पड़ सकता है। दांपत्य और प्रेम संबंधों में तनाव की स्थिति बनेगी। परिश्रम में भी अवरोध की स्थिति बन सकती है। पेट और पैर से जुड़ी समस्याओं की वजह से आपका मन अशांत रहेगा।
मनोबल और स्वास्थ्य के चलते मन अप्रसन्न रहेगा। इस दौरान आपका मन अशांत रहेगा और आपको हर समय ये एहसास होगा कि कुछ हुआ है। आपके खर्चों में वृद्धि होगी।
अचानक से क्रोध बढ़ सकता है। ऐसे में आप खुद पर नियंत्रण रखें। दांपत्य सुख और प्रेम संबंधों में तनाव पैदा हो सकता है। शिक्षा में रूकावट पैदा होगी। माता या पिता को किसी कष्ट से गुजरना पड़ सकता है। संतान को लेकर मन बेचैन रहेगा।
इन लोगों को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी और प्रेम संबंधों में मन अप्रसन्न रहेगा। आय के साधनों में अवरोध उत्पन्न हो सकता है। माता और पिता के स्वास्थ्य की चिंता लगी रहेगी।
संतान को लेकर चिंता रहेगी। मनोबल में अवरोध उत्पन्न हो सकता ह।. इस दौरान आपके भाई-बहनों और मित्रों को कष्ट पहुंच सकता है। पेट और पेशाब की परेशानी के कारण तनाव बना रहेगा। इस दौरान अपनी वाणी ध्यान दें।
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