Holika Dahan 2023: होली के त्यौहार में बस कुछ ही दिन शेष है। बता दें, इस साल होलिका दहन 7 मार्च को है और 8 मार्च को रंग वाली होली है। होलिका पर पौराणिक कथा के अनुसार, श्री हरि विष्णु ने जब नरसिंह का अवतार लेकर भक्त प्रह्लाद की रक्षा की थी, तब से ही हिन्दू धर्म में होली का त्योहार मनाने की परंपरा चली आ रही है।
हिन्दू रीति -रिवाज में उल्लेखित है कि होलिका दहन पर लोग लकड़ी, उपले और झाड़ को एक जगह इकट्ठा करके उसे अग्नि के हवाले कर देते हैं। वहीं होलिका दहन पर ज्योतिषविदों का कहना है कि होलिका दहन के दिन कुछ गलतियां बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। इस दिन की गयी गलतियां धनवान को भी पल भर में कंगाल बना सकती हैं।
उधार पैसा –ज्योतिषविदों के मुताबिक, होलिका दहन पर कभी किसी से रुपया-पैसा उधार नहीं लेना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि जो लोग इस दिन रुपए-पैसे का लेन-देन करते हैं, उन्हें हमेशा कंगाली का सामना करना पड़ता है। इससे घर की सुख-संपन्नता में भी कमी आती है। इसलिए होलिका दहन के दिन ये गलती बिल्कुल न करें।
होलिका दहन पर ऐसी मान्यता है कि जिन लोगों के पास केवल एक पुत्र है, उन्हें होलिका दहन की अग्नि प्रज्वलित नहीं करनी चाहिए। वहीं जिन लोगों के पास एक पुत्र और एक पुत्री है, वे होलिका दहन कर सकते हैं।
ये तो रही होलका दहन के दिन क्या न करें। अब बात करते हैं होलिका दहन क्या करना चाहिए। हिन्दू परम्पराओं के मुताबिक, होलिका दहन पर होलिका की अग्नि को सात बार परिक्रमा करके उसमें मिठाई, उपले, इलायची, लौंग, अनाज, आदि डालना शुभ होता है। माना ये भी जाता है कि होलिका दहन के बाद परिवार के लोगों के साथ चंद्र दर्शन करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन चंद्रमा अपने पिता बुध की राशि में और सूर्य अपने गुरु बृहस्पति की राशि में स्थित रहते हैं।
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